झांसी। सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी आफ कर्नाटक के पूर्व फर्स्ट कोर्ट मेम्बर डॉ सुनील तिवारी ने प्रेस को बताया बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में परीक्षा फीस के नाम पर जमकर अन्धेर चल रहा है।
डॉ तिवारी ने परीक्षा नियन्त्रक के पत्र की पी डी एफ प्रतिलिपि को साझा करते हुए कहा, कि बी एड और एम एड सहित कई विश्व विद्यालयीय परीक्षाओं में एडेड और सेल्फ फाइनेंस कालेज से एक ही कोर्स की, एक साथ होने वाली परीक्षाओं में दो प्रकार की परीक्षा फीस छात्रों से वसूली जा रही है, जो कि “रुल आफ ला” के विपरीत है।
बी एड के एडेड विद्यालय के छात्रों का परीक्षा शुल्क 1765 रूपये, जबकि सेल्फ फाइनेंस कालेज के बी एड के छात्रों से 4250 रूपये ( परीक्षा शुल्क में अन्तर 1685 रूपये) लिए गए। वहीं एम एड के एडेड विद्यालय के छात्र से 3290 रुपये, जबकि सेल्फ फाइनेंस कालेज के छात्र से 5250 रूपये ( परीक्षा शुल्क में अन्तर 1960 रू) परीक्षा शुल्क के रूप में लिये गये।
डॉ तिवारी ने प्रेस को बताया कि उपरोक्त सभी परीक्षा में प्रश्न प्रत्र के निर्माण से लेकर, परीक्षा के दौरान पर्यवेक्षण , मूल्यांकन, टेबुलेशन आदि का पारिश्रमिक शिक्षकों को समान रूप से प्रदान किया जाता।













