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झांसी। जिले में बरुआसागर के नोट घाट पुल से बुधवार रात लगभग डेढ़ बजे बेटे के सामने पिता ने मौत की छलांग बेतवा नदी में लगा दी। पुलिस ने उसे नदी से निकाल कर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया लेकिन, कुछ देर बाद मौत हो गई। मृतक चार दिन से घर से लापता था।

झांसी के बरुआसागर थाना क्षेत्र अंतर्गत सिनोरा मोहल्ला निवासी संजीव कुमार (42) कस्बा स्थित पं. रामसहाय इंटर कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी था। परिजनों के मुताबिक संजीव की बालाजी में गहरी आस्था होने से मांसाहार खाना भी बंद कर दिया था। अधिकांश समय पूजा-पाठ में बीतता था। दर्शन करने राजस्थान भी जाते थे। अप्रैल में अपने बेटे राज की शादी की थी। उसके बाद से वह बाला जी के सपने में आने की अक्सर बात करने लगते। घर में वह अजीबो-गरीब बात करने लगे थे।

संजीव कुमार 18 जून को बालाजी के दर्शन करने राजस्थान गए, लेकिन लौटकर नहीं आए। मोबाइल भी स्विच ऑफ कर लिया। काफी तलाशने के बाद भी उनका पता नहीं चला। बेटे राज का कहना है कि बुधवार रात करीब डेढ़ बजे पिता ने फोन करके नदी में कूद कर सुसाइड करने की बात कही। पिता की बात सुनकर वह घबरा गया और तुरंत नोट घाट पुल पहुंच गया। यहां बेटे को देखते ही रेलिंग पर खड़े संजीव ने नदी में छलांग लगा दी। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस उसे नदी से निकाल कर मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंची। यहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

पापा, हमारी पुकार नहीं सुनी 

पिता को अपने सामने नदी में कूदकर जान देने के बाद से बेटा राज सदमे में है। उसका कहना है कि उसने पिता को रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन पिता ने जैसे ही उसे देखा तुरंत वह पुल की रेलिंग पर जा चढ़े। उसने कहा भी कि पापा, हमारी एक बात तो सुन लो, लेकिन बिना कोई बात सुने उन्होंने नीचे छलांग लगा दी। राज का कहना है कि परिवार में कोई विवाद नहीं है। संजीव की पत्नी बबीता की मौत हो चुकी। परिवार में दो बेटियां भी हैं। एक बेटी अभी अविवाहित है।