सिक कोच को झांसी में बदला गया 

झांसी। एर्नाकुलम से चल कर हज़रत निज़ामुद्दीन जा रही 12617 मंगला लक्षद्वीप सुपर फास्ट एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए 26 मार्च का सफ़र दुखदाई रहा। यह ट्रेन झांसी स्टेशन पर अपने निर्धारित समय से लगभग 3.15 घंटे विलम्ब से आई और 2.10 घंटे झांसी स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 4 पर खड़ी रही। परेशान यात्री रेल की व्यवस्था को कोसते नजर आए।

दरअसल 26 मार्च को एर्नाकुलम से चल कर हज़रत निज़ामुद्दीन जा रही 12617 मंगला लक्षद्वीप सुपर फास्ट एक्सप्रेस के एस 2 कोच में तकनीकी खराबी आ गई। इसके चलते ट्रेन को झांसी मंडल के तालबेहट स्टेशन पर रोक कर चेकिंग की गई। जांच पड़ताल में पता चला कि इस कोच के कन्ट्रोल आर्म में खराबी आ गई है। स्थिति को देखते हुए जुगाड़ से कन्ट्रोल आर्म की मरम्मत कर ट्रेन को निर्धारित से कम गति से रवाना किया गया। इसके चलते ट्रेन लगभग सवा घंटे तालबेहट स्टेशन पर खड़ी रही।

ट्रेन के झांसी स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 4 पर 10.14 बजे आने पर एस 2 कोच का संबंधित तकनीकी स्टाफ द्वारा निरीक्षण किया गया। इस दौरान कंट्रोल आर्म की मरम्मत नहीं हो पाने को देखते हुए इस कोच को सिक घोषित कर दिया गया। इसके बाद दूसरे इंजन को पीछे लगा कर सिक कोच सहित उससे जुड़े कोचों को खींच कर यार्ड में ले जाया गया। वहां सिक कोच को अलग कर उसके स्थान पर दूसरा कोच लगा कर सिक कोच के यात्रियों को बैठाया गया।

इसके बाद परिवर्तित कोच सहित अन्य कोच को यार्ड से प्लेटफार्म नंबर 4 पर खड़े ट्रेन के कोचों तक ले जाकर जोड़ा गया। इसके बाद ट्रेन 12.24 बजे अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई। तालबेहट व झांसी में ट्रेन के घंटों विलम्बित होने से यात्री झुंझलाते रहे।