झांसी। जिले के बरुआसागर में जूता, चप्पल , किराना, फर्नीचर आदि की करीब आधा दर्जन गुमटियों व दुकानों में आधी रात के बाद में भीषण आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। कई घंटे की मशक्कत के बाद फायर बिग्रेड की गाड़ियों की मदद से दुकानों में लगी आग को बुझाने में सफलता हासिल हुई। इस घटना में लाखों का माल जिसमें फर्नीचर की दुकान में रखी दो बाइक, तेरहवीं का समान और गृहस्थी का समान भी जलकर राख हो गया।

जनपद के बरुआसागर थानान्तर्गत कम्पनी बाग क्षेत्र में स्थित फर्नीचर की दुकान संचालक उसी में अपने परिवार के साथ रहता था। सूत्रों के मुताबिक आधी रात के बाद उसकी फर्नीचर की दुकान में आग लग गई। धीरे-धीरे आग ने बड़ा रूप धारण कर लिया और आग पूरी दुकान सहित मकान में फैल गई। किसी प्रकार दुकान संचालक ने परिजनों सहित वहां से भाग कर अपनी जान बचाई

इधर, आग बेकाबू होकर उसके आस पास बनी जूता चप्पल, किराना आदि की गुमटियों को भी अपनी आगोश में ले लिया। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची करीब आधा दर्जन दमकल की गाड़ियों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया। लेकिन जब तक आग की लपटों ने गुमटियों में रखा सारा सामान राख कर दिया।
इस आगजनी की घटना में दो बाइक, गृहस्थी का सामान और फर्नीचर, जूता चप्पल, किराना का सामान पूरी तरह जलकर राख हो गया। वही फर्नीचर संचालक की मां की आज तेरहवीं होना थी,जिसका समान रखा हुआ था। वह भी जलकर राख हो गया।

इस घटना में धर्मेंद्र विश्वकर्मा, अशोक, किशोरी, हरचरण, विजय, अनुराग उर्फ कल्लू अग्रवाल का करीब पांच से छह लाख कीमत का सामान जलकर राख हो गया। धर्मेंद्र की फर्नीचर की दुकान है और वह उसी में अपने परिवार के साथ कई वर्षों से रह रहा था। आलम यह रहा कि आग लपटों की चपेट में आने से वहां पेड़ में भी आग लग गई। दुकानों में आग कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो सका। दुकानदार का आरोप है कि विगत दिवस उनका कुछ लोगो से विवाद हुआ था। आशंका है कि उसी विवाद के कारण उक्त लोगों ने उनकी दुकान में पेट्रोल डालकर आग लगा दी है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरु कर दी।