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श्रीधाम एक्सप्रेस में TTE पर यात्रियों के साथ अभद्रता का आरोप, बीना जीआरपी में रिपोर्ट 

भोपाल मप्र (संवाद सूत्र)। हज़रत निज़ामुद्दीन से चल कर बीना रेलवे स्टेशन से निकलने वाली श्रीधाम एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रा के दौरान यात्रियों के साथ ट्रेन में ऑन ड्यूटी टीटीई मायाराम ने अभद्रता कर दी। आक्रोशित यात्रियों ने टीटीई को पकड़कर बीना जीआरपी के सुपुर्द कर दिया। जीआरपी ने शुक्रवार को टीटीई के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।

श्रीधाम एक्सप्रेस के ए-1 कोच में यात्रा कर रहे अनुराग भार्गव अपने भाई के साथ हजरत निजामुद्दीन से नरसिंहपुर गाडरवारा की यात्रा कर रहे थे, जिनका रिजर्वेशन ए-1 कोच में सीट नंबर 8 व 34 पर था। उन्होंने सहूलियत के अनुसार मथुरा स्टेशन पर एक अन्य यात्री से सीट बदल ली और अपने भाई के साथ 7 और 8 नंबर सीट पर बैठ गए। इसकी जानकारी उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद टीटीई मायाराम जाटव निवासी झांसी को दी। इसके बाद कोच के सभी यात्री सो गए।

रात को टीटीई फिर से उक्त कोच में आया और यात्री अनुराग भार्गव का चादर खींचकर उसके साथ बिना किसी बात के शराब के नशे में गाली-गलौज करने लगा। जब यात्री ने उसे फिर से मोबाइल में टिकट बताया, तो टीटीई मोबाइल छीन कर जमीन में पटकने लगा, जिससे यात्री ने जैसे-तैसे मोबाइल वापस लिया। अन्य यात्रियों ने जब बीच बचाव किया, तो उनके साथ भी टीटीई ने अभद्रता की है। यात्रियों ने इसकी शिकायत ट्रेन में मौजूद आरपीएफ स्टाफ से भी की, लेकिन आरपीएफ ने यात्रियों की कोई मदद नहीं की।

यात्री ने जब इसकी शिकायत रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर की, तो शुक्रवार रात 2 बजे बीना स्टेशन पर जीआरपी पहुंची और यात्रियों ने टीटीई को पकड़कर जीआरपी को सुपुर्द कर दिया। जीआरपी ने आरोपी टीटीई के खिलाफ शिकायत के आधार पर धारा 323, 294 के तहत मामला दर्ज कर नोटिस जारी कर टीटीइ को छोड़ दिया गया। अब मामला कोर्ट में पेश किया जाएगा।

यात्रियों ने आरोप लगाया कि जिस तरह का दुर्व्यवहार टीटीई ने किया था, वह कोई साइको इंसान ही कर सकता है। वह नौकरी करने के लायक नहीं है, इसलिए रेलवे से उसे नौकरी से बाहर करने की मांग करते हैं। साथ ही उसका अच्छी अस्पताल में इलाज कराया जाए, नहीं तो वह किसी यात्री की जान भी ले सकता है।

फरियादी के साथ यात्रा कर रहे सत्यम पुरी गोस्वामी ने बताया कि वह हजरत निजामुद्दीन से गाडरवारा नरसिंहपुर की यात्रा अपने परिवार के साथ कर रहे थे। वह ऊपर की सीट पर सो रहे थे और कानों में एयरफोन लगा हुआ था कि अचानक से उनका गाना बंद हुआ तो एक टीसी मेरे मित्र के साथ अभद्र व्यवहार कर रहा था, कुछ भी समझ में नहीं आ आर रहा था। सभी लोग परिवार के साथ यात्रा कर रहे थे और महिलाएं भी थी ऐसे में टीसी काफी गलत शब्दों का उपयोग कर रहा था जो नहीं करना चाहिए था। समय रहते सभी यात्रियों ने बीच बचाव कर सहयोग किया, नहीं तो टीसी उसके मित्र अनुराग भार्गव पर अटैक भी कर सकता था, बड़ी घटना हो सकती थी। टीसी मारपीट पर उतारू हो गया था। टीसी शराब के नशे में था और साइको भी लग रहा था।

शराब पीने से मना किया तो अभद्र व्यवहार करने लगे

टीटीइ मायाराम पंकज जाटव ने बताया कि वह झांसी से भोपाल तक ट्रेन में ड्यूटी दे रहे थे। बीना रेलवे स्टेशन के पास जब वह कोच नंबर ए-1 पर चैक करने के लिए गए तो सीट नंबर 34 पर पहुंचे तो वहां पर चार-पांच लड़के शराब पी रहे थे। शराब पीने से मना किया तो वह गाली-गलौज करने लगे। इसकी जानकारी उन्होंने ललितपुर रेलवे स्टेशन के जीआरपी और आरपीएफ को दी।

जब ट्रेन ललितपुर स्टेशन पहुंची तो वह कोच में नहीं मिले। जब ट्रेन बीना रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो वहीं लड़के जीआरपी पहुंच गए और मेरे खिलाफ झूठा मामला दर्ज कराया गया है। इसके बाद मेरा रेलवे अस्पताल बीना में मेडिकल परीक्षण कराया गया। जिसमें एल्कोहल भी नहीं पाया गया। इस मामले की पूरी जानकारी अपने झांसी विभाग को दे दी है।