इस वर्ष भी सर्वाधिक नेत्र आपरेशन कर प्रदेश में रहे अव्वल

झांसी। विगत कई वर्षों से लगातार कीर्तिमान स्थापित करने वाले जिला चिकित्सालय के ख्यातिप्राप्त वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ प्रभात चौरसिया ने इस वर्ष भी सर्वाधिक आपरेशन कर प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त कर सम्पूर्ण बुन्देलखण्ड का नाम रोशन किया है। सेवा भाव से कार्य के प्रति पूर्ण समर्पित डॉ चौरसिया नेत्र रोगियों की आंखों के तारे बने हुए हैं। वर्ष 2013 से लगातार नये आयाम स्थापित करने वाले डॉ प्रभात ने इस वर्ष 3350 मोतियाबिंद के ऑपरेशन किए हैं। वर्ष 2016-17 में 4000 से अधिक आपरेशन कर प्रदेश में पहले पायदान पर पहुंचने के बाद हर वर्ष प्रदेश की सूची में उनका नाम टाप फाईव नेत्र सर्जनों में शुमार रहता है।सरल, सौम्य और मृदुभाषी स्वभाव के कारण खासी लोकप्रियता हासिल कर चुके डॉ प्रभात के पास आने वाले मरीजों, तीमारदारों के अलावा कोई भी एक बार ही उनसे मिलकर मानों उनका मुरीद हो जाता है। ईश्वर के प्रति अगाध श्रद्धा रखने वाले डा प्रभात सेवा भाव को ही जीवन का आधार मानते हैं। डा प्रभात चौरसिया अपनी सफलता में साथी चिकित्सकों के साथ ही नर्सेज से वार्ड बॉय तक सारे स्टाफ का योगदान बखूबी मानते हैं।उनका कहना है कि इन उपलब्धियों से उन्हें भविष्य में और भी बेहतर करने की प्रेरणा मिलती है।

राष्ट्रीय दृष्टिविहीनता एवं दृष्टिदोष नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत विगत 29 मई 2024 को समीक्षा बैठक में इस वर्ष भी झाँसी के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ प्रभात चौरसिया ने प्रथम स्थान प्राप्त कर पूरे प्रदेश में झाँसी का नाम गौरवान्वित किया है l

वर्ष 2023-24 में मार्च 24 तक किये गये ग्रेडिंग / रैकिंग के आधार पर जिला चिकित्सालय झांसी के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डा० प्रभात चौरसिया ने मोतियाबिन्द के सर्वाधिक 3350 आपरेशन कर एक बार फिर प्रदेश में प्रथम स्थान हासिल कर देश में बुन्देलखण्ड का नाम रोशन किया है।जिला चिकित्सालय गौतमबुद्धनगर के डा० पंकज त्रिपाठी ने 3042 आपरेशन कर दूसरा तो जिला चिकित्सालय, झांसी के डा० डी० के० राय ने 2784 आपरेशन कर तीसरा,जिला चिकित्सालय, गौतम बुद्ध नगर के डा० निथी मेहरोत्रा ने 2776 तथा जिला चिकित्सालय झांसी के ही एक और नेत्र सर्जन डा० लक्ष्मी राजपूत भी 2334 आपरेशन कर टाप फाइव में पांचवां स्थान प्राप्त करने में सफल रहे। इस प्रकार प्रदेश की सूची में एक बार फिर जहां डा प्रभात चौरसिया ने प्रथम पायदान पर रहते हुए जहां अपना जलवा कायम रखा, वहीं डॉ डी० के० राय ने तीसरा व झांसी के ही एक और नेत्र सर्जन डा० लक्ष्मी राजपूत ने भी पांचवां स्थान प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। इतना ही नहीं इन चिकित्सको की ओरलगन, कर्तव्यनिष्ठा व कार्यकुशलता के फलस्वरूप प्रदेश के दस चिकित्सालयों में झांसी का जिला चिकित्सालय भी पहले पायदान पर रहा है।

रास नहीं आई कर्तव्यनिष्ठा और कुछ हटकर कर गुजरने का जुनून

उल्लेखनीय है कि कर्तव्यनिष्ठा और कुछ हटकर कर गुजरने के जुनून के चलते जिला चिकित्सालय में नेत्र रोगियों की बढ़ती कतारें और निजी चिकित्सालयों में लगातार घटती मरीजों की संख्या के चलते उपलब्धियां रास नहीं आने पर साजिशन माह मार्च में डॉ प्रभात चौरसिया का स्थानांतरण हमीरपुर में करवा दिया गया, इस संबंध में विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा उनके स्थानांतरण को रोके जाने की मांग सांसद अनुराग शर्मा के साथ ही अन्य जनप्रतिनिधियों से किए जाने पर मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया और तब से दूर दराज से आने वाले नेत्र रोगी भारी संख्या में बिना किसी अन्य चिकित्सक से आपरेशन कराए निराश होकर वापस भी लौट रहे हैं।

प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रमोद कुमार कटियार ने कहा कि इस उपलब्धि पर जिला चिकित्सालय और हम सभी को गर्व होना चाहिए। डॉ प्रभात चौरसिया, डॉ राय व डा राजपूत बधाई के पात्र हैं। जिन्होंने प्रदेश स्तर पर यह उपलब्धि हासिल की है।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुधाकर पांडेय ने कहा कि ऐसे कुशल , निष्ठावान व योग्य चिकित्सकों के कारण ही जिला चिकित्सालय ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है, विगत कुछ वर्षों में लगातार जिला चिकित्सालय में मरीजों के बढ़ते विश्वास में इन चिकित्सकों की लगन और मेहनत का पूर्ण योगदान है।