झांसी। बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने रघुराज शर्मा, हनीफ खान, प्रेम सपेरा आदि के साथ मंडल अयुक्त को पात्र सौप कर माँग की कि अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम्स जिन विभागों के प्रश्रय एवं भ्रष्टाचार के कारण धड़ल्ले से चल रहे हैं, उन विभागों के संलिप्त अधिकारियों के विरूद्ध समयवद्ध उच्च स्तरीय जाँच करवा कर दोषी अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाई की जानी चाहिए।

ज्ञापन में कहा गया कि झांसी विकास प्राधिकरण सहित मण्डल के वह विभाग जिनके द्वारा मानचित्र स्वीकृत किये जाते हैं उन विभागों द्वारा क्या मानचित्र नियमतः स्वीकृत किया है और क्या निर्माण नर्सिंग होम्स नियमावली के तहत हुआ है? यदि नहीं तो सम्बन्धित अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही होना चाहिए।
मुख्य अग्शिमन अधिकारी ने क्या यह जांचने का प्रयास किया कि बिना विभाग की छव्ब् लिए बिना अवैध नर्सिंग होम्स चल कैसे रहे हैं? अग्निशमन अधिकारियों ने कार्यवाही किये जाने में शिथिलता क्यों बरती? यदि कार्यवाही नहीं की तो सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही होना चाहिए।
डिप्युटी डायरेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने नर्सिंग होम्स नियमावली के तहत आवश्यक कागजात पूरे देखे बिना, नर्सिंग होम्स को संचालति किए जाने की अनुमति कैसे दे दी? यदि नियमावली को अनदेखा कर अधिकारियों ने बिना कागजात पूरे देखे बिना नर्सिंग होम्स को संचालित करने की अनुमति दे दी तो सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही होना चाहिए।
नियोजन विभाग ने नर्सिंग होम्स निर्माण के लिए बिना भू-उपयोग एवं नियम देखे अगर नक्शा पास करने के लिए अनुमति दे दी तो सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही होना चाहिए ।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा नर्सिंग होम्स संचालन की नियमतः अनुमति नहीं दी है तो सम्बन्धित अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही होना चाहिए।
ड्रग कन्ट्रोलर ने हर नर्सिंग होम्स को कैमिस्ट की दुकान खोलने की अनुमति दी है। नर्सिंग होम्स के डॉक्टर सिर्फ वो ही दवा लिखते हैं जो सिर्फ उन नर्सिंग होम्स के कैमिस्ट के पास मिलती है। ऐसे अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही होना चाहिए।
उपरोक्त अधिकारियों के विरूद्ध 7 दिन के अन्दर उच्च स्तरीय जाँच करवाई जाए अन्यथा मोर्चा न्यायिक कार्यवाही करने को बाध्य होगा। सीपरी एवं अन्य स्थानों जैसा अग्निकाण्ड किसी भी दशा में दोबारा न हो यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए।