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मंडल में राजस्व वसूली के टार्गेट का दवाब टीटीई के लिए बना काल

ग्वालियर / झांसी। झांसी रेल मंडल में वाणिज्य विभाग द्वारा टिकट चैकिंग स्टाफ को टार्गेट देकर वसूली का दबाव से शनिवार सुबह झांसी मंडल के टीटीई काल की चपेट में आ गया। ग्वालियर में झांसी के टीटीई राजेश द्विवेदी चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में दुर्घटना का शिकार हो गए और उनके दोनों पैर क्षत-विक्षत (कट) हो गये। मौके पर पहुंची आरपीएफ ने उन्हें ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। टीटीई की हालत चिंताजनक है।

वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन की टिकिट चेकिंग लॉबी में तैनात डिप्टी सीटीआई राजेश द्विवेदी ओपन डिटेल ड्यूटी पर तैनात हैं। बीते माह वाणिज्य विभाग के संबंधित अधिकारी ने ओपन डिटेल टिकिट चेकिंग स्टाफ को हर माह छह लाख रुपये के राजस्व वसूली का टारगेट दिया है। सभी टार्गेट को पूरा करने के लिए जूझ रहे हैं। इसी में राजेश द्विवेदी भी शामिल हैं। शनिवार को टारगेट के दवाब के चलते ही राजेश मंगला एक्सप्रेस में टिकिट चेकिंग करते हुए ग्वालियर तक पहुंचे थे। यहां से उन्हें झांसी लौटना था, किंतु कोई गाड़ी नहीं थी।

इस दौरान ग्वालियर स्टेशन से हजरत निजामुद्दी-कन्याकुमारी तिरुकुरल एक्सप्रेस (12642) 10 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से निकल रही थी क्योंकि इस ट्रेन का ठहराव ग्वालियर में नहीं है, तो ऐसे में झांसी पहुंचने की जल्दबाजी में टीटीई राजेश ने चलती ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया, किंतु दुर्भाग्यवश उनका पैर फिसला और वह ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच गिर गए। इससे पहले की किसी को जानकारी होती टीटीई के दोनों पैर कट गए।

यह देख कर यात्रियों ने शोर मचा दिया। शोर सुनकर ट्रेन को चेन पुलिंग कर रोका गया और उन्हें किसी तरह टीटीई को बाहर निकाला गया। इसके बाद आनन- फानन में आरपीएफ ने एम्बुलेंस द्वारा ग्वालियर मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। झांसी मुख्यालय में सूचना मिलते ही यहां हड़कंप मच गया। आनन-फानन में वाणिज्य कर्मी ग्वालियर भेजे गए हैं। फिलहाल इस मामले में अधिकारी कुछ भी बताने से कतरा रहे हैं।