हड़ताल से 25 ऑपरेशन टलेः ओपीडी में बिना दिखाए लौटे मरीज
झांसी। सोमवार को महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के जूनियर और इंटर्न डॉक्टर हड़ताल पर चले गए। कोलकाता में डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने प्रिंसिपल और सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा। मामले की जांच सीबीआई से कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की। साथ ही मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में गार्ड तैनात करने और कैमरे लगाने की मांग की।
इधर, डाक्टर्स के हड़ताल पर जाने से मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं लड़खड़ा गई। अचानक हुई हड़ताल के चलते लगभग दो दर्जन से अधिक ऑपरेशन टालने पड़े। ओपीडी में लंबी-लंबी लाइन देखने को मिली। सिर्फ सीनियर डॉक्टरों ने ओपीडी की। इसके अलावा एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड समेत इलाज के लिए मरीजों को परेशानी हुई।
रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. नीरज कुमार शर्मा ने मीडिया को बताया कि कोलकाता मेडिकल कॉलेज में अध्ययनरत पीजी छात्रा की नृशंस हत्या से पूरे देश के मेडिकल स्टूडेंट्स में आक्रोश है। एसोसिएशन की मीटिंग में कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया गया। सोमवार सुबह से जेआर और इंटर्न डॉक्टर अनिश्चितकाल की हड़ताल पर हैं। सिर्फ इमरजेंसी वार्ड में सेवाएं दी जा रही हैं। मांगे पूरी होने के बाद ही हड़ताल खत्म होगी।
डॉक्टरों ने ये प्रमुख मांगे
• कोलकाता प्रकरण की जांच सीबीआई से कराई जाए। अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों पर केस हो।
• केंद्रीय चिकित्सा पेशेवर संरक्षण अधिनियम को लागू किया जाए।
• मेडिकल कॉलेज परिसर में डॉक्टरों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए।
• यूजी व पीजी गर्ल्स हॉस्टल के पास सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। सुरक्षा गार्ड तैनात हों।
• पूरे मेडिकल परिसर में गति अवरोधक व बैरियर लगाए जाएं।
• प्रत्येक विभाग के लिए इमरजेंसी विभाग में डॉक्टर कक्ष की व्यवस्था की जाए।








