झांसी। पृथक बुंदेलखण्ड राज्य निर्माण के लिए एक बार फिर से समान विचारधारा वाले 13 संगठनों के “अपनो बुंदेलखंड” के तत्वावधान में 23 अगस्त को चित्रकूट से शुरू हुई पदयात्रा का गुरूवार को खेल दिवस पर पृथक बुंदेलखण्ड प्रांत की प्रेरणा स्थली झांसी में सिविल लाइंस में स्व शंकर लाल मेहरोत्रा भैया जी के आवास पर श्रद्धा सुमन अर्पण के साथ समापन हुआ। गौरतलब है कि पृथक बुंदेलखंड राज्य को लेकर लगभग डेढ़ दशक पहले स्व शंकर लाल मेहरोत्रा की अगुवाई में तमाम जन आंदोलन हुए। रेलें रोकी गई, चक्का जैम हुए, विधानसभा व लोकसभा में पर्चे फेंके गए। इसके चलते केंद्र व उप्र – मप्र की सरकारें हिल गई थीं।
पृथक राज्य के संकल्प के साथ इस यात्रा का अगुवाई कर रहे फिल्म अभिनेता और संयोजक राजा बुंदेला ने समापन पर मीडिया से रू-ब-रू होते हुए विश्वास व्यक्त किया कि “एक दिन वह सुबह जरूर होगी, बुन्देलखण्ड राज्य का सूर्य छितिज पर रोशन होगा।” उन्होंने बताया कि वर्षों से चल रही बुन्देलखण्ड राज्य की मांग को वैचारिक आंदोलन बनाने और इस विषय पर व्यापक जनसमर्थन हासिल करने के लिए पद यात्राओं का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर अलग अलग काम कर रहे 13 संगठनों को अपनो बुंदेलखंड के बैनर तले एकजुट किया गया है और इस मांग को लेकर अब जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से पदयात्रा का आयोजन किया गया है। 23 अगस्त से चित्रकूट से शुरू हुई यात्रा बांदा, महोबा, राठ, हमीरपुर, उरई और ललितपुर होते हुए आज झांसी में खत्म हुई है। राष्ट्रीय खेल दिवस और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती के अवसर पर यात्रा को झांसी में विराम दिया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके बाद अक्टूबर और दिसंबर या जनवरी में दो चरणों में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में पदयात्राओं को फिर से आयोजन किया जायेगा । उन्होंने बताया कि 12 अक्टूबर को झांसी संभाग की यात्रा पर निकलेंगे जो ललितपुर से शुरू की जायेगी । यह यात्रा ललितपुर से झांसी, तालबेहट ,बबीना से उरई जायेगी और काल्पी में पहले चरण की यात्रा का समापन होगा। इसके बाद उरई में एक बड़ी सभा होगी। इस दौरान गांव गांव जाकर लोगों से सम्पर्क कर उन्हें बुंदेलखंड राज्य की जरूरत से अवगत करा कर जन जन को जोड़ कर जन जागरण किया जायेगा।
एक सवाल के जवाब में राजा ने कहा छोटे राज्य बनाने का श्रेय भाजपा को ही है। इसी लिए उन्होंने बुंदेलखंड राज्य विरोधी कांग्रेस को छोड़ दिया था। भाजपा के चुनावी एजेंडे में भी बुंदेलखंड राज्य का मुद्दा शामिल रहता आया है।
पद यात्रा के संयोजक बुंदेली सेना के डा आश्रय सिंह ने बताया कि यात्राओं के दौरान समाज के विभिन्न वर्गों से मिलकर जनसमर्थन जुटाया जायेगा। इस पदयात्रा में विभिन्न संगठनों के साथ साथ साधु संतो, व्यापारी, किसान, अधिवक्ता और समाज के विभिन्न वर्गों की सहभागिता रहेगी। दूसरे चरण की यात्रा का आयोजन दिसंबर या जनवरी में चित्रकूट मंडल में किया जायेगा। यह यात्रा राठ, हमीरपुर, बांदा होते हुए चित्रकूट में समाप्त होगी। इसके बाद प्रधानमंत्री और गृहमंत्री को ज्ञापन देंगे और दिल्ली के तालकटोरा गार्डन में एक बड़ी सभा करने की बात रखी जायेगी। यदि संभव नहीं हुआ तो इसके बाद मध्यप्रदेश के बुंदेलखंड के जिलों की यात्रा शुरू की जायेगी।
बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हरिमोहन विश्वकर्मा ने कहा कि इस आंदोलन को लेकर अब व्यापक जन समर्थन जुटाने के लिए अक्टूबर में पद यात्रा का आयोजन किया जायेगा। केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार छोटे राज्यों की समर्थक सरकार है। भाजपा के चुनावी एजेंडे में भी पृथक बुंदेलखंड राज्य की मुद्दा शामिल है। इस यात्रा का नेतृत्व राजा बुंदेला करेंगे।
बुंदेलखंड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र पाल सिंह ने बताया कि किस तरह से बुंदेलखंड राज्य को समाप्त किया गया। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर जन जन को जागरूक करने का काम शुरू किया जा चुका है आगे इस कार्य को और सघन व्यापक रूप दिया जायेगा ताकि बुंदेलखंड राज्य एक बार फिर से अस्तित्व में आ सके। इस दौरान संचित मेहरोत्रा, बुंदेली सेना जालौन के जिलाध्यक्ष शिवम चौहान सोनू आदि उपस्थित रहे।