झांसी। बुधवार को रेल यात्री के साथ आरपीएफ की बर्बरता का मामला सामने आया है। पुरुष यात्री की गलती यह थी कि वह 01028 दादर सेंट्रल स्पेशल ट्रेन के लेडीज कोच में चढ़ गया था। स्कॉट करने आए आरपीएफ के जवान ने युवक को पहले ट्रेन से उतारा और फिर थाने लाकर उसे पीटा, जिससे उसका हाथ टूट गया। इस मामले में  सिपाही को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

दरअसल, गोरखपुर से चलकर दादर जाने वाली 01028 दादर सेंट्रल स्पेशल ट्रेन के यात्रियों की भारी भीड़ के कारण जगह न मिलने पर अंकित शुक्ला पुत्र राज नारायण शुक्ला अपने भाई के साथ महिलाओं के लिए आरक्षित कोच में चढ़ गया। इसी बीच आरपीएफ चेकिंग करते हुए महिला कोच में पहुंचे। जहां पुरुष यात्री देख आरपीएफ कर्मी भड़क उठा व मारपीट कर दी। जब यात्री ने मारपीट का विरोध किया तो आरपीएफ कर्मी बर्बरता पर उतर आया और यात्री पकड़कर स्टेशन पोस्ट ले गया। जहां उसके अगला साथ बेरहमी से मारपीट कर दी। जिससे यात्री बुरी तरह घायल हो गया। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो उक्त आरपीएफ कर्मी रवि कुमार को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया है। इधर मामले की शिकायत आरपीएफ के उच्चाधिकारियों के अलावा रेलवे के वरिष्ठ अफसरों से की गई है।

पीड़ित यात्री अंकित का आरोप है कि आरपीएफ के जवान ने उसे डंडों से पीटा, जिससे उसका हाथ टूटने के साथ ही नाक व शरीर के अन्य हिस्सों में भी चोट आई हैं। यात्री अंकित का आरोप है कि जब उसे मेडिकल के लिए स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया तो, ले जाने वाले जवानों ने उस पर इस बात का दबाव बनाया कि वह डॉक्टर से कहे कि गिरने से चोट आई है। उसने डॉक्टर से दबाव में यह कहा तो डॉक्टर ने उसके कपड़े उतरवा कर परीक्षण किया। वहीं, डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि युवक के पूरे शरीर पर चोट के निशान थे, जिसके बाद उसे छतरपुर रेफर कर दिया गया।

उधर, आरपीएफ पोस्ट खजुराहो में यात्री अंकित के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज किया है। हालांकि, यात्री को थाने से ही छोड़ दिया गया है। यहां आरपीएफ झांसी के वरिष्ठ अधिकारियों को मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने सिपाही को निलंबित कर मामले की जांच अन्य स्टेशन के आरपीएफ पोस्ट प्रभारी सौंप दी है। अब आरपीएफ जवान के विरुद्ध की जा रही जांच ग्वालियर में 13 सितंबर को की जाएगी। इसमें उसके बयान दर्ज कराए जाएंगे।