झांसी। ट्रैक पर काम कर रेलकर्मियों द्वारा लाल झंडी दिखाई जाने के बाद भी तिरुवंतपुरम से चलकर नई दिल्ली जाने वाली केरला एक्सप्रेस के झांसी रेल मंडल के अंतर्गत दैलवारा और ललितपुर सेक्शन के मध्य टूटी पटरी पर दौड़ाने के मामले में जांच के बाद पीडब्ल्यूआई को निलंबित कर दिया, जबकि एसएसई को चार्जशीट जारी की गई है। इस कार्रवाई से रेलवे स्टॉफ में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल, विगत दिवस अपने निर्धारित समय से 10 घन्टे की देरी से चल रही ट्रेन नंबर 12625 केरला एक्सप्रेस दोपहर 2 बजे बीना पहुंची थी। यहां झांसी मंडल में दैलवारा से ललितपुर के बीच ट्रैक टूटे होने पर रेलकर्मी ट्रैक मरम्मत का कार्य कर रहे थे। इसी बीच केरला एक्सप्रेस तेज गति से वहां आ गई। यहां काम रहे रेलकर्मियों ने ट्रेन को लाल झंडी दिखाकर रोकने का प्रयास किया, लेकिन ट्रेन नहीं रुकी। इसके बाद रेलकर्मी ट्रैक छोड़कर भाग खड़े हुए।
इस दौरान जब ट्रेन के ड्राइवर की नजर लाल झंडी पर पड़ी तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर दिए। लेकिन तबतक ट्रेन के तीन कोच टूटी हुई पटरी से आगे निकल चुके थे। एकाएक लगे ब्रेक के चलते ट्रेन में जोरदार झटका लगने से यात्रियों में अफरातफरी मच गई। गनीमत रही कि इस हादसे में किसी को नुकसान नहीं हुआ। लेकिन जब ट्रेन शाम 5 बजे झांसी पहुंची तो यहां यात्रियों ने रेल प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की। मौके पर पहुंची आरपीएफ ने किसी तरह यात्रियों को समझा कर ट्रेन रवाना किया था।
इस मामले में एक बार फिर रेलवे की लापरवाही उजागर हो गई है। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए थे। जांच में पीडब्ल्यूआई और एसएसई की लापरवाही उजागर हुई है। मंगलवार को इस मामले में लापरवाही पर पीडब्ल्यूआई स्कन्द भटनागर को निलंबित कर दिया है, जबकि एसएसई मनोज खरे को चार्जशीट दी गई है। साथ ही रेलवे के प्रशासनिक अफसरों ने रेलवे पटरी पर काम रहे इंजीनियरिंग विभाग को चेतावनी भी दी है।