• विश्व स्वास्थ्य दिवस के उपलक्ष्य में हुई गोष्ठी
    झांसी। जनपद में विश्व स्वास्थ्य दिवस पर गैर संचारी रोग विभाग के संचालन में सबको हर जगह उपलब्ध हो स्वास्थ्य सुविधाएं विषय पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए अपर निदेशक डॉ. सुमन बाबू मिश्रा ने विश्व स्वास्थ्य दिवस को सामाजिक नहीं बल्कि व्यक्तिगत दिवस बताते हुये कहा कि यदि हम 20 साल पहले के भारत के बारें में सोचे तो हमारे लिए टीकाकरणए शिशु मृत्यु दरए मातृ मृत्यु दरए पोलियो कम करना एक कठिन कल्पना थी। लेकिन आज सभी के प्रयास से हम बहुत आगे तक आ गए हैं । यदि व्यक्ति प्रतिदिन 40 मिनट तक व्यायाम करे तो वह काफी हद तक रोगों से मुक्त रह सकता हैं।
    प्रारम्भ मेंं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आरएस वर्मा ने गैर संचारी रोगों के बारें में बताते हुये कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस 7 अप्रैल 1948 से मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य संचारी और गैर संचारी रोगों के बारे में जन जागरूकता लाना है। गैर संचारी रोगों के अंतर्गत 5 ऐसी बीमारियां हैं जो सबसे बड़ी हैं। इनमें मधुमेह, उ’च रक्तचाप, तीन तरह का कैंसर, ओरल, ब्रेस्ट, सर्वाइकल। यहां तक कि विश्व में 30 वर्ष से अधिक उम्र में होने वाली कुल मौतों में 60 प्रतिशत मौतें गैर संचारी रोगों के वजह से होती हैं ।
    मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुशील प्रकाश ने सबको हर जगह उपलब्ध हो स्वास्थ्य सुविधाएं के बारे में समझाते हुये बताया कि टीबी, कुष्ठ रोग जैसी बीमारियां पहले श्राप मानी जाती थीं लेकिन चिकित्सा विधि तरक्की के कारण व सब तक इसकी पहुँच के करण अब यह श्राप नही मानी जाती हैं। हमारा प्रयास है कि प्राइमरी स्वास्थ्य सुविधा हम सबको प्रदान करें। लोग खुद जागरूक हों और बाकियों को भी स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करें।
    गोष्ठी में डॉ डीएस गुप्ता ने स्ट्रोक जैसी बीमारी की जानकारी देते हुए बताया कि विश्व में सबसे ‘यादा मरने वालों कि संख्या स्ट्रोक की ही हैं। हर 6 सेकंड में स्ट्रोक से एक व्यक्ति मौत होती है। झांसी के जिला अस्पताल में इसका इलाज है। यदि स्ट्रोक के 4 घंटे के अंदर मरीज को जिला अस्पताल ले आए तो एक इंजेक्शन के माध्यम से मरीज को सही किया जा सकता है। इस इंजेक्शन की कीमत 40.50 हजार रुपए है जो जिला अस्पताल में मुफ्त में लगाया जाता है। गोष्ठी में संयुक्त निदेशक डॉ रेखा रानी, डिप्टी सीएमओ, सभी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, नीति शास्त्री, आईएमए के अध्यक्ष डॉ रमेश चन्द्र, सभी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।