झांसी। जिले में थाना लहचूरा क्षेत्र अंतर्गत खरकामाफ गांव में फसल की सिंचाई को लेकर हुए विवाद में भतीजों ने चाचा पर कुल्हाड़ी से हमला कर गंभीर घायल कर दिया। सोमवार सुबह उनकी मौत होने के बाद देर-शाम लहचूरा पुलिस ने हत्या के आरोप में सात के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कर ली। उधर, घटना के बाद से घर से भागे आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है। गांव में पुलिस फोर्स भी तैनात किया गया है।

लहचूरा के खरकामाफ गांव निवासी गोविंद दास (53) पुत्र हरदयाल रविवार दोपहर खेत की सिंचाई कर रहे थे।बगल में उनके भाई रामदास का भी खेत है। इस दौरान गोविंद का भतीजे बीडीसी सदस्य मनोज और नीरज से विवाद हो गया। दोनों पक्षों के बीच जमकर गालीगलौज होने लगी। शाम पांच बजे गोविंद खेत से अकेले लौट रहे थे। इस दौरान कछरा वाली गली के मोबाइल टावर के पास लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी लेकर खड़े मनोज और नीरज ने उनको घेर लिया।

आरोप है कि वहां ग्राम प्रधान अखिलेश राय भी मौजूद था। इन लोगों ने गोविंद पर हमला कर दिया। शोर-शराबा पर गोविंद की पत्नी समेत अन्य परिजन मौके पर पहुंच गए। आरोपी धमकाते हुए भाग निकले। गोविंद लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। सूचना पर सीओ लक्ष्मीकांत गौतम भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। नाजुक हाल में गोविंद को मेडिकल कॉलेज लाया गया। यहां से परिजन उनको लेकर नर्सिंग होम पहुंचे। यहां उनकी मौत हो गई।

गोविंद की मौत से आक्रोश में आये परिजन शव लेकर झांसी-कानपुर हाईवे पहुंच गए और शव रखकर जाम लगा दिया लेकिन थोड़ी ही देर में एसपी (आरए) गोपीनाथ सोनी, सीओ (सिटी) रामवीर सिंह कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए। गुस्साए परिजन आरोपी ग्राम प्रधान समेत अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। अफसरों ने समझा-बुझाकर उन्हें शांत कराया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। देर शाम गोविंद की पत्नी शीला अहिरवार की तहरीर पर लहचूरा पुलिस ने भतीजा एवं बीडीसी सदस्य मनोज और नीरज समेत खरकामाफ के ग्राम प्रधान अखिलेश राय, सुरेश राय, लाल सिंह, मिथ्यो, अमोल एवं बालादीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग पुलिस टीम लगाई गई है। एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है।