“स्वच्छ जल, स्वच्छ पर्यावरण” अभियान के तहत घर-घर दस्तक देकर जल संरक्षण और स्वच्छता का संदेश

झांसी। भीषण गर्मी के दौरान पानी की किल्लत एक गंभीर समस्या बन जाती है, ऐसे में जल संरक्षण की महत्ता और भी बढ़ जाती है। इसी संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जिला जनकल्याण महासमिति झांसी एवं रानी झांसी फाउंडेशन झांसी द्वारा “स्वच्छ जल, स्वच्छ पर्यावरण” जन जागरूकता अभियान की शुरुआत डा जितेन्द्र कुमार तिवारी के संयोजन में की गई।

इस अभियान का शुभारंभ झांसी-ललितपुर के सांसद अनुराग शर्मा ने प्रेमनगर नगरा स्थित हीरापुरा से किया। उन्होंने कहा, “जल हमारी सबसे महत्वपूर्ण प्राकृतिक संपदा है। हमें एक-एक बूंद पानी की कीमत समझनी चाहिए और इसे बचाने का हरसंभव प्रयास करना चाहिए। जल की बर्बादी को रोककर ही हम आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं।”

गत दिनों आयोजित पोस्टर विमोचन कार्यक्रम में जिला जनकल्याण महासमिति झांसी एवं रानी झांसी फाउंडेशन झांसी द्वारा “क्या करें और क्या न करें” विषय पर आधारित एक विशेष पोस्टर जारी किया गया था। इस पोस्टर के माध्यम से लोगों को जल संरक्षण, स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण और कचरा प्रबंधन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी जा रही हैं।

इस अभियान के तहत सांसद अनुराग शर्मा ने प्रथम पोस्टर प्रेमनगर नगरा स्थित राकेश नामदेव के आवास पर भेंट कर जागरूकता अभियान की शुरुआत की। इसके पश्चात संस्था के केंद्रीय अध्यक्ष डा. जितेंद्र कुमार तिवारी के संयोजन में संस्था की विभिन्न टीमों ने घर-घर जाकर स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, कचरा प्रबंधन और जल संकट से बचाव के लिए नागरिकों को जागरूक किया।
क्या करें और क्या न करें – मुख्य बिंदु
✅ क्या करें
पानी की बर्बादी रोकने के लिए टोंटी को बंद रखें और रिसाव तुरंत ठीक कराएं।
ब्रश, शेविंग या बर्तन धोते समय नल को खुला न छोड़ें, आवश्यकतानुसार ही पानी का उपयोग करें।
गाड़ियों को पाइप से धोने के बजाय बाल्टी और कपड़े का उपयोग करें।
वर्षा जल संचयन (Rainwater Harvesting) अपनाएं और बारिश के पानी को संचित करें।
बचे हुए RO के पानी का उपयोग पौधों में या फर्श पोछने में करें।
कचरे को सूखा और गीला अलग-अलग करें और रिसाइक्लिंग को बढ़ावा दें।
प्लास्टिक बैग्स और डिस्पोजेबल उत्पादों का उपयोग कम करें, कपड़े या जूट के थैले अपनाएं।
घर और सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा-करकट इधर-उधर न फेंकें, कूड़ेदान का उपयोग करें।
अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें।
समाज में जल और पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता फैलाएं और दूसरों को प्रेरित करें।
❌ क्या न करें
नलों से पानी बहने दें, इसे अनदेखा न करें।
नदियों, तालाबों, झीलों या अन्य जल स्रोतों में कचरा, प्लास्टिक या पूजन सामग्री न डालें।
शौचालय में अधिक पानी खर्च करने वाले फ्लश सिस्टम का उपयोग न करें, लो-फ्लो फ्लश अपनाएं।
प्लास्टिक बोतलों और डिस्पोजेबल सामग्रियों का अनावश्यक उपयोग न करें।
कचरे को जलाएं नहीं, इससे वायु प्रदूषण होता है।
खुले में शौच न करें और दूसरों को भी ऐसा न करने दें।
पत्तियों या अन्य जैविक कचरे को जलाने के बजाय कंपोस्ट बनाएं।
पेड़ों की कटाई न करें, यदि कहीं कटाई हो रही है तो प्रशासन को सूचित करें।
जरूरत से ज्यादा पानी का उपयोग न करें, विशेष रूप से बागवानी और घरेलू कार्यों में।
धार्मिक आस्था के नाम पर जल स्रोतों को प्रदूषित न करें, जल की पवित्रता बनाए रखें।
लोगों से जल संरक्षण और स्वच्छता के लिए जुड़ने की अपील

संस्था के कार्यकर्ताओं ने लोगों से प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण, जल संचयन अपनाने, पानी की अनावश्यक बर्बादी रोकने और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की।
अभियान के तहत आने वाले दिनों में यह जनसंपर्क अभियान और अधिक तेज किया जाएगा, जिसमें घर-घर जाकर पोस्टर वितरित किए जाएंगे और लोगों को जल, पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाएगा।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, स्थानीय नागरिक और संस्था के सदस्य उपस्थित रहे, जिन्होंने इस अभियान को झांसी और आसपास के क्षेत्रों में व्यापक स्तर पर पहुंचाने का संकल्प लिया।

“स्वच्छ जल, स्वच्छ पर्यावरण” अभियान को सफल बनाने हेतु सभी नागरिकों से इसमें जुड़ने और जल संरक्षण का संकल्प लेने का आह्वान किया गया। इस अवसर पर सभासद नरेंद्र नामदेव, सभासद भरत सेन, भाजपा मंडल अध्यक्ष निर्मल कुशवाहा,पूर्व मंडल अध्यक्ष जितेंद्र सिंह तोमर, कृष्ण कांत शाक्य,डा शशांक कोटिया, सियाराम शरण चतुर्वेदी, इंदरपाल सिंह खनूजा, मनोज खजुरिया,गल्ली मालवीय, राकेश नामदेव, शैलेन्द्र कुमार, हेमंत शाक्य, संजय आनंद,कमल सिंह लला,डा सुरेश आर्या, विकास कुशवाहा,सुरेश साहू, मनीष दीजिए, पुष्पेन्द्र महाराज आदि मौजूद रहे।