झांसी। गाय को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा दिए गए बयान – “भाजपा बदबू पसंद इस लिए गाय पालने पर जोर दे रही और हमको खुशबू पसंद है इसलिए पार्क बनवाये थे” पर शनिवार को दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री, उप्र गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने झांसी में अखिलेश यादव को जम कर आड़े हाथों लिया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को अग्यानी बताते हुए कहा कि उन्होंने सनातन धर्म का, गौ माता का अपमान किया हैं। इसका जबाव उन्हें जनता देती आ रही और 2027 में फिर देगी, वह दिन दूर नहीं जब सपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा।

गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा गौशालाओं और गोबर को लेकर की गई अमर्यादित टिप्पणी न केवल भारतीय संस्कृति, सनातन परंपरा और करोड़ों गौ भक्तों का अपमान है बल्कि यह भगवान श्रीकृष्ण, नंदबाबा, यदुवंश, किसानों, गोपालकों एवं सम्पूर्ण सनातन की आस्था पर भी आघात है। गौमाता हमारी परंपरा, आस्था कृषि, स्वास्थ्य समृद्धि और पर्यावरण संतुलन की आधारशिला रही है। गौ सेवा केवल धार्मिक आस्था का विषय नहीं, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। भारत में गौवंश हजारों वर्षों से अर्थव्यवस्था और जीवनशैली का अभिन्न अंग रहा है। भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं गौ सेवा का संदेश दिया। संतों ने गौमाता को पालनहार माना और आज भी लाखों किसान गौ आधारित कृषि से अपनी जीविका चला रहे हैं।

उन्होंने बताया कि आज पूरे विश्व में रसायन मुक्त जैविक प्राकृतिक खाद्यान्न की मांग है। ऐसे में गौशालाओं को बदबूदार बताकर अखिलेश यादव ने न केवल हिंदू समाज बल्कि पूरे भारतीय लोकाचार का घोर अपमान किया है। समाजवादी पार्टी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनके शासन में गौ संरक्षण के लिए क्या ठोस कदम उठाए गए थे, वास्तविकता यह है कि समाजवादी पार्टी ने कभी भी गौ सेवा को प्राथमिकता नहीं दी। इसके विपरीत, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और गो सेवा आयोग गौमाता की रक्षा और संवर्धन के लिए पूरी निष्ठा और पारदर्शिता के साथ कार्य कर रहे हैं। राज्य सरकार ने गौशालाओं के लिए बजट बढ़ाया, नई योजनाएँ लागू कीं, संरक्षित गोवंश की उचित देखभाल सुनिश्चित की और गौ आधारित कृषि को प्रोत्साहित किया।

उन्होंने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ नेता मात्र स्वार्थ की राजनीति के लिए अपने ही पूर्वजों, महापुरुषों और परंपराओं का अपमान करने से नहीं हिचकिचाते। इतिहास गवाह है कि जिन्हें खुश करने के लिए वे सनातन परंपरा पर चोट कर रहे हैं वे किसी के सगे नहीं होते। हम समाजवादी पार्टी और उनके नेताओं को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हैं कि भारतीय संस्कृति, एवं सनातन परंपरा और गौमाता के सम्मान के साथ खिलवाड़ न करें। गौमाता और गौशालाओं का अपमान अब हिंदू समाज सहन नहीं करेगा। उत्तर प्रदेश सरकार और गो सेवा आयोग गौमाता की रक्षा एवं संवर्धन के लिए संकल्पित है। इस अवसर पर भाजपा नेता मनमोहन गेडा, सौरभ मिश्रा आदि उपस्थित रहे।