लोको पायलट्स ने बताया 18 कारणों से हो रही मुंडी गरम, ठंडा वातावरण बनाने की गुहार
झांसी। रेल इंजनों की खराब स्थिति के विरोध में आल इंडिया लोको रनिंग स्टाफ असोसिएशन के तत्वावधान में झांसी मंडल में ‘मुंडी गरम’ प्रदर्शन कर ध्यान आकर्षित किया। इसके माध्यम से बताया गया कि 18 ऐसे मुद्दे हैं जिनके कारण से मुंडी गरम होती है। यदि इनका निराकरण नहीं किया गया तो मेडिकली अनफिट होने व दुघर्टनाओं की प्रबल संभावनाएं एवं संरक्षा का प्रभावित होगी। इससे मैनपॉवर की हानि और जनधन की हानि होती है और पारिवारिक कष्ट बढ़ता है।
एसोसिएशन ने कार्यस्थल पर कार्यकारी लोकोमोटिव के साथ सामना की जाने वाली गंभीर असुविधाओं की ओर आकर्षिक कराते हुए बताया कि रेलवे बोर्ड ने लोको ड्राइविंग को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए 22 संशोधनों की एक लंबी सूची डी पी त्रिपाठी की अध्यक्षता वाली उच्चाधिकार समिति के समक्ष 2011 में सौंपी थी। एचपीसी ने इंजनों के बारे में अध्ययन किया और 2013 में कुछ और आवश्यक संशोधनों की सिफारिश की। सुरक्षा समिति 2017 पर टास्क फोर्स ने वर्ष 2017 में उन सिफारिशों को लागू करने के लिए समय सीमा तय की थी। उपरोक्त सभी के बावजूद, कुछ नए डिजाइन के इंजनों को छोड़कर बाकी इंजन उसी दयनीय स्थिति में बने हुए हैं, जिसमे (3 फेज लोको की गर्मी ने लोको रनिंग स्टॉफ की कार्य कुशलता पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है) चलने वाले 15000 इंजनों के एक अल्प प्रतिशत के बराबर है। यह इंजनों के अंतिम उपेक्षा को दर्शाता है।
AILRSA की सेन्ट्रल वर्किंग कमेटी के निर्णय के अनुसार झांसी मंडल में भी All India Loco Running Staff Association झाँसी, उत्तर मध्य रेलवे भी मुंडी गरम कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से आयोजन करते हुए ज्ञापन दिया गया है। इसके माध्यम से इजंन के कैब में AC नहीं लगा होने, सही फैन नहीं होने, यूरिन व्यवस्था नहीं होने, सिटिंग चेयर सही नहीं लगे होने, सीटी के हार्न की आवाज अधिक होने से कैब में ध्वनि प्रदूषण होना, इत्यादि से मुंडी गरम होता है। इन सभी के साथ-साथ निम्नलिखित समस्याओं का समाधान रेलवे के तरफ से नहीं किये जाने के कारण भी मुंडी गरम होता है, जो निम्नलिखित हैं :-
1) सही समय पर रनिंग स्टाफ की रिक्तियां (vacancies) नहीं भरने से अधिक कार्य (ओवर आवर्स) करना पडता है। इसके कारण मुंडी गरग होता है।
2) लगातार दो रात से अधिक कार्य करने और 36 घंटा से अधिक HQ से बाहर रहने के कारण मुंडी गरम होता है।
3) Off leave/sick होने पर 00/00 बजे उपलब्धता दिखाकर बुकिंग करने से मुंडी गरम होता है।
5) प्रति ट्रिप ओवर कार्य कराने और 14 दिन में 104 घंटा से अधिक कार्य कराने से मुंडी गरम होता है।
6) सुपर फास्ट ट्रेन में बिना को-लोको पायलट के कार्य कराने से मुंडी गरम होता है।
7) नियम/निर्देश के विरुद्ध TXR POINT पर GDR बनवाने का निर्देश स्टेशन सेक्शन में हैंड ब्रेक बंधवाने व खुलवाने हेतु निर्देश, इत्यादि देने से मुंडी गरम होता है।
8) FSD और इमरजेंसी टूल किट अन्य उपकरण को ढुलवाने से मुंडी गरम होता है।
9) स्पेयर जाते समय लोको पायलट को DIN के अनुसार कार्य नहीं करवाने से मुंडी गरम होता है।
10) बिना आपात स्थिति के 9 +2 Duty Hrs. का मेमो मिलने पर मुंडी गरम होता है।
11) 9 + 2 Duty Hrs. का मेमो मिलने के पश्चात् 11 घटे से अधिक ड्युटी होने पर मुंडी गरम होता है।
12) प्रशासनिक दमनकारी नीति तथा गलत और विलंबित DAR कार्यवाई करते हुए दंड देने से मुंडी गरम होता है।
फैमिली एवं सामजिक कार्येकम हेतु समय पर छुट्टी नहीं देने से मुंडी गरम होता है।
(14) प्रशासन के तरफ से ग्रीवांसेस को संज्ञान में नहीं लेने एवं निवरण नहीं करने से मुंडी गरम होता है।
15) ऑन रिक्वेस्ट तथा मैचुवल ट्रांसफर नही होने से मुंडी गरम होता है।
16) Urine time and meal break time नहीं देने से मुंडी गरम होता है।
17) कैब में LP/ALP के सामने कैमरा लगा कर कार्य करने और स्टाफ के क्रियाकलाप को रिकार्ड कर उस पर DAR कार्यवाही करने से मुंडी गरम होता है।
18) नियमानुसार माईलेज रेट में वृद्धि नहीं करने और माईलेज में कार्यकर के छूट में बुद्धि नहीं किये जाने से, अधिक आयकर भार बढ़ने से मुंडी गरम होता है।
परिणाम :- मेडिकली अनफिट होना एवं दुघर्टना की प्रबल संभावना होना एवं संरक्षा का प्रभावित होना।
हानि :- मैनपॉवर की हानि और जनधन की हानि होती है और पारिवारिक कष्ट बढ़ता है।
गुंडी गरम होने से उल्लेखित हानि न होना, एवं लोको रनिंग स्टाफ की कार्य कुशलता में वृद्धि हो इसके लिए आपका ध्यान आर्कषण करने हेतु AILRSA आपसे आग्रह करता है कि मुंडी गरम होने के उल्लेखित कारणों में से, जो भी आप के स्तर से संम्भव हो उसका समाधान हेतु ठंडा वातावरण (Cool & Friendly Environment) बनाने की कृपा करें।
इधर संगठन के आर० के० दुबे ने कहा कि Sr. DEE (OP) झांसी द्वारा किया जा रहा लोको पायलट का उत्पीडन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा ये मामला संसद में भी उठाया जायेगा। इस दौरान संगठन के मंडल अध्यक्ष कुशवाहा, सचिव वेदप्रकाश नामदेव, मुहम्मद अनवर, रामजी द्विवेदी, विनोद कुमार, ब्रजभान सिंह, जे० पी० पटेरिया, अनवार अहमद खान, रहीश अहमद, महेन्द्र पांचाल, प्रेम कुमार वर्मा, के० के० राठौर, प्रदीप कुशवाहा, एच०आर० मंसूरी, नेत्रपाल, अनूप प्रजापति, रहमत अली, शहजाद खान, मुहम्मद असलम, सहित सैकड़ों रनिंग स्टाफ मौजूद रहा।











