• ललितपुर जिला महिला अस्पताल को मिला प्रदेश में दूसरा स्थान
  • झांसी जनपद के सबसे अधिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कायाकल्प से सम्मानित
    झांसी। वर्ष 2017-18 की तरह इस वर्ष भी कायाकल्प अवार्ड में झांसी मण्डल ने अपना परचम लहरा दिया। झांसी प्रदेश का पहला ऐसा मण्डल बना जिसके सभी जिला अस्पताल को कायाकल्प अवार्ड पाने में सफल रहे। जिसमें ललितपुर के जिला महिला अस्पताल ने प्रदेश में दूसरा स्थान पाया है। प्रदेश में वर्ष 2018-19 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर झांसी मण्डल ने 15 अवार्ड के लिए सफलता हासिल कर ली है। झांसी जनपद में सर्वाधिक 5 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ने कायाकल्प अवार्ड में अपना नाम अंकित कर जनपद को प्रदेश में सबसे आगे रखा है। जिसमें सकरार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रथम स्थान पर रहा वही क्रमश: बामौर दूसरे, अंबावाय तीसरे, चिरगाँव चौथे व बरुआसागर पांचवें स्थान पर रहा। इसी के साथ जालौन के डकोर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व ललितपुर के जखौरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी कायाकल्प अवार्ड पाने में सफल रहे।
    अपनी पाँचवी रैंकिंग को पीछे छोड़ इस बार जालौन का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नदीगांव 89.7 अंक हासिल कर प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा।
    झांसी मण्डल का कायाकल्प अवार्ड में प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन पर मण्डल अपर निदेशक स्वस्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. सुमन बाबू मिश्रा का कहना है कि वह गौरान्वित महसूस कर रहे है कि मण्डल के सभी इतना बेहतर किया। यह पहला कदम है।
    क्या है कायाकल्प : मण्डलीय सलाहकार क्वालिटी एसोरेन्स डॉ. राजेश बताते हैं कि सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में स्वच्छता एवं अच्छी प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार ने यह महत्वकांछी योजना 2 मई 2015 को आरंभ की थी। जिसमें एक निर्धारित चेक लिस्ट के आधार पर स्वास्थ्य केन्द्रों का तीन चरणों में असेस्मेंट किया जाता है। तीनों चरणों में 70 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने वाली चिकित्सा इकाइयों को राष्ट्रीय (भारत सरकार) राज्य स्तर से सम्मानित कर प्रशस्ति पत्र एवं अवार्ड धनराशि प्रदान की जाती है। जिसमें जिला स्तरीय चिकित्सालयों को क्रमश: प्रथम को 50 लाख, द्वितीय को 20 लाख एवं तृतीय को 10 लाख व जो चिकित्सालय 70 प्रतिशत से अधिक अंक पाते हैं उन्हे 3 लाख रूपय दिये जाते हैं। राज्य स्तर पर सम्मानित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रथम को 15 लाख एवं द्वितीय को 10 लाख व जो 70 प्रतिशत से अधिक पाते हैं उन्हे सांत्वना पुरुस्कार के रूप में 1-1 लाख रूपये दिया जाता है। वही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को जनपद में प्रथम आने पर 2 लाख एवं 70 प्रतिशत से ऊपर पाने वाले सभी को 50-50 हजार रूपए दिये जाते हैं। इन चरणों के माध्यम से 6 बिन्दुओं जैसे स्वास्थ्य सुविधाओं, स्वच्छता, कचरा प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, समर्थन व स्वच्छता को बढ़ावा देना पर स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया जाता है जिसमें आंतरिक मूल्यांकन का निरीक्षण स्थानीय टीम, सहकर्मी मूल्यांकन का निरीक्षण मण्डल स्तरीय टीम व अंतिम मूल्यांकन राज्यस्तरीय टीम के द्वारा किया जाता है।