अयोध्या में मुन्ना भाई पकड़ा गया, मेरठ में महिला अभ्यर्थी मोबाइल से नकल करते पकड़ी गई 

झांसी। उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झाँसी को सौंपे गए राज्य स्तरीय संयुक्त बी०एड० प्रवेश परीक्षा-2025 रविवार को आयोजित की गयी। बी०एड० प्रवेश परीक्षा में प्रदेश के 69 जिलों में 751 परीक्षा केन्द्र पर 3,44,546 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। जिसमें महिलायें 1,96,700 एवं पुरूष 1,47,846 पुरुष अभ्यर्थी थे।

संयुक्त बी०एड० प्रवेश परीक्षा-2024 की प्रथम पाली की परीक्षा (प्रातः 09:00 से 12:00) बजे में विषय सामान्य ज्ञान एवं भाषा (अंग्रेजी/हिन्दी) में 751 परीक्षा केन्द्र पर 3.44,546 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से लगभग 89 प्रतिशत कुल 3,05,331 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए। अमेठी और बलरामपुर से सबसे अधिक 93 प्रतिशत उपस्थिति रही जबकि सबसे कम उपस्थिति 82 प्रतिशत बिजनौर में तथा झॉसी में 85 प्रतिशत उपस्थिति रही।

इसी क्रम में संयुक्त बी० एड० प्रवेश परीक्षा-2025 की द्वितीय पाली की परीक्षा (दोपहर 02:00 से 05:00) बजे में विषय अभिरूचि परीक्षण एवं विषय योग्यता (कला/विज्ञान/वाणिज्य/कृषि वर्ग) 751 परीक्षा केन्द्र पर 3,44,546 पंजीकृत अभ्यर्थियों में से लगभग 89 प्रतिशत कुल 3,05,099 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए। प्रथम पाली एवं द्वितीय पाली की परीक्षा प्रदेश के सभी परीक्षा केन्द्रों पर शुचितापूर्ण एवं शान्तिपूर्ण सम्पन्न हुई।

प्रथम पाली में ICCC (Integrated Command Control Centre) का प्रयोग से कुछ ऐसे प्रकरण पाये गये जिसमें फोटो से मिलान करने में भिन्नता पाई गई, उनको सघन जाँच करने पर अधिकॉश प्रकरणों में एक ही अभ्यर्थी द्वारा दो अथवा दो से अधिक आवेदन पूरित करना पाया गया जबकि कुछ प्रकरण में दो अलग अलग अभ्यर्थियों के आवेदन पर एक ही अभ्यर्थी की फोटो लगा होना पाया गया किन्तु उनकी पूछताछ करने पर फोटो अपलोड करने से सम्बन्धित समस्यायें पाई गई तथा परीक्षा में बैठे अभ्यर्थी वास्तविक पाये गये। एक अभ्यर्थी अयोध्या में जो दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रहा था इसमें अयोध्या के अभ्यर्थी की स्वीकारोक्ति के आधार पर के प्राथमिकी दर्ज कराने हेतु केन्द्राध्यक्ष द्वारा सम्बन्धित प्रार्थना पत्र दिया गया। बलिया की एक अभ्यर्थी का डाटा मिलान न होने पर उसके सम्बन्धित प्रपत्र द्वितीय पाली की परीक्षा के समय लाने हेतु निर्देशित किया गया। अभ्यर्थिनी द्वितीय पाली में उपस्थित नहीं हुई इसी कारण उसके सम्बन्ध में अग्रिम कार्यवाही नही हो सकी एवं उसका प्रकरण अनुचित साधन समिति को संदर्भित कर दिया गया।

इसके अतिरिक्त प्रथम पाली में ही मेरठ के एक परीक्षा केन्द्र पर एक छात्रा पूजा कुमारी के पास परीक्षा के दौरान 11.30 बजे मोबाइल पकड़ा गया जिसमें प्रथम दृष्टया अनुचित साधन प्रयोग सिद्ध हो रहा था अतः प्रकरण को केन्द्राध्यक्ष द्वारा सम्बन्धित थानाध्यक्ष को नियमानुसार प्राथमिकी दर्ज कराये जाने हेतु सूचित कर दिया गया।

उल्लेखनीय है कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में बी०एड० प्रवेश परीक्षा 2025 हेतु हाईटेक कमाण्ड कन्ट्रोल रूम स्थापित किया गया जिसमें आधुनिक सर्विलांस सिस्टम ICCC (Integrated Command Control Centre) का प्रयोग किया गया, जिसके माध्यम से प्रदेश के 69 जिलों में 751 परीक्षा केन्द्रों की लाइव मोनीटरिंग की गयी। इस हेतु उच्च तकनीक से लैस अत्याधुनिक लगभग 12000 (प्रति केन्द्र 15 कैमरे) सी.सी.टी.वी. कैमरे एवं लगभग 3600 बायोमैट्रिक्स मशीन केन्द्रों पर लगाये गये। परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति हेतु Artificial Intelligence और Real Time Biometric Attendance System का उपयोग करते हुए सभी अभ्यर्थियों की Face recognition attendance एवं Finger Print Attendance करायी गयी जिससे वास्तविक अभ्यर्थी की पहचान में कोई भी त्रुटि न हो सके।

आधुनिक सर्विलांस सिस्टम ICCC के द्वारा प्रदेश के 751 परीक्षा केन्द्रों पर स्ट्रांग रूम, परीक्षा कक्ष एवं प्रवेश/निकास स्थान की कड़ी निगरानी की गयी। संयुक्त बी०एड० प्रवेश परीक्षा-2025 में Artificial Intelligence और Real Time Biometric Attendance System प्रणाली का प्रयोग किया जिसको कन्ट्रोल रूम में लाइव देखा गया एवं लाइव फेस रिकग्नीशन, लाइव उपस्थिति मॉनीटर की गई। इसी कम में यह भी उल्लेखनीय है कि प्रवेश परीक्षा में परीक्षा केन्द्रों की लाइव निगरानी तथा परीक्षा केन्द्रो के स्ट्रांग रूम में भी ए.आई. युक्त सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाये गये इस कक्ष में किसी भी तरह के अनाधिकृत व्यक्ति के प्रवेश की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल सम्बन्धित केन्द्र पर कॉल किया गया गोपनीय सामग्री का बॉक्स खोले जाने की सूचना भी सीधे नियंत्रण कक्ष में प्राप्त हुई।

सभी केन्द्रों पर VoIP (वॉयस ओवर इन्टरनेट प्रोटोकोल) आधारित सिस्टम का प्रयोग किया गया, जिनके माध्यम से आयोजक विश्वविद्यालय द्वारा सुरक्षित तरीके से एक साथ सभी केन्द्रों से परीक्षा के दौरान सम्पर्क स्थापित किया गया और परीक्षा केन्द्रों ने भी अपनी कतिपय समस्याओं के लिये सीधे आयोजक विश्वविद्यालय से सम्पर्क स्थापित किया। बायोमैट्रिक फिंगर प्रिन्ट, स्कैनिंग और ए.आई. आधारित चेहरे की पहचान तंत्र द्वारा अनाधिकृत अभ्यर्थियों की पहचान की जा सकती है।

परीक्षा के दौरान मण्डलायुक्त झॉसी बिमल कुमार दुबे, पुलिस उपमहानिरीक्षक केशव कुमार चौधरी, एस. पी. (सिटी), एस. पी. (आर. ए.) द्वारा बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय में बी०एड० प्रवेश परीक्षा हेतु स्थापित आधुनिक सर्विलांस सिस्टम (कंट्रोल रूम) का अवलोकन किया गया। मण्डलायुक्त श्री दुबे ने उपर्युक्त सिस्टम की सराहना की और कहा कि इस तरह का सिस्टम सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में की जानी चाहिये जिससे अप्रिय घटनाओं से बचा जा सकेगा। पुलिस उपमहानिरीक्षक एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भी इस तकनीक की भूरि भूरि प्रशंसा की गई। उन्होंने विद्यार्थी हित एवं परीक्षा पारिदर्शिता हेतु किये जा रहे तकनीकी प्रयोगों की विस्तृत जानकारी ली तथा विश्वविद्यालय के द्वारा प्रयोग इस प्रकार के नवाचारों की प्रशंसा की।

प्रवेश परीक्षा की दोनों पालियों के दौरान बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.. मुकेश पाण्डेय, कुलसचिव विनय कुमार सिंह, वित्त अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक राजबहादुर, राज्य समन्वयक प्रो. एस. पी. सिंह, सह राज्य समन्वयक प्रो. डी. के. भट्ट एवं प्रो. सौरभ श्रीवास्तव निरन्तर मॉनीटरिंग करते रहे। इस अवसर पर क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी प्रो. सुशील बाबू, प्रो. एम. एम. सिंह, प्रो. काव्या दुबे, डा. अनुपम व्यास, डा. सुनील त्रिवेदी, डा. भुवनेश्वर,डा. दीप्ति, डा. अनुराग, डा. प्रेम प्रकाश राजपूत, डा. दीपक तोमर, श्री अनिल बौहरे, डा. अतुल खरे, इंजी. साबिर अली एवं अन्य सम्बद्ध कर्मचारी उपस्थित रहे।