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रेलवे की कार्य संस्कृति, अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने, नये कानून, साइबर क्राइम आदि की जानकारी देंगे विषय विशेषज्ञ 

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झांसी जीआरपी लाइन में नवीनीकृत प्रशिक्षण केन्द्र का उद्घाटन 

झांसी। डीआईजी जीआरपी राहुल राज ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 6 जीआरपी अनुभागों में सिविल पुलिस से प्रतिनियुक्ति पर आए पुलिस कर्मियों को तीन दिवसीय केप्सूल कोर्स चलाया जा रहा है। इसकी शुरुआत झांसी में जीआरपी लाइन में सोमवार से हो गई है। झांसी अनुभाग का केप्सूल कोर्स जीआरपी लाइन में नवीनीकृत प्रशिक्षण केन्द्र में दिया जाएगा।

नवीनीकृत प्रशिक्षण केन्द्र के उद्घाटन के बाद मीडिया से रू-ब-रू होते हुए डीआईजी राहुल राज ने बताया कि केप्सूल कोर्स में सिविल पुलिस से 1 जनवरी 25 से जीआरपी में आए पुलिस कर्मियों को कार्यक्षेत्र में ट्रेन, स्टेशन, प्लेटफार्म पर अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाने, रेल यात्रियों व उनके माल असबाब की सुरक्षा के साथ नये कानून, साइबर क्राइम, एप आदि से अपडेट करने, रेलवे कल्चर, सिस्टम, वर्किंग, रेल मशीनरी, आरपीएफ व सिविल पुलिस से समन्वय के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण प्रत्येक सप्ताह में सोमवार, मंगलवार, बुधवार को दिया जाएगा। इसके लिए विषय विशेषज्ञ के रूप में जीआरपी, आरपीएफ, सिविल पुलिस के विभिन्न विंग के अधिकारियों के साथ ही रेलवे के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। उन्होंने स्वीकारा कि सिविल पुलिस से प्रतिनियुक्ति पर आने वाले पुलिस कर्मी रेलवे की कार्यप्रणाली व कल्चर के बारे में जानकारी नहीं होती है। यहां घटना स्थल, अपराध, अपराधी व वादी आदि चलायमान होता है। सिविल के विपरीत रेलवे की कार्यप्रणाली में अंतर होता है जो जीआरपी को चुनौती है।

उन्होंने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर में 50 जीआरपी कर्मियों को प्रशिक्षण की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण पूरा करने वालों का फीडबैक सेशन रखा जाएगा जिसके माध्यम से पता किया जाएगा कि कितना सीखा। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इस दौरान यात्री/पीड़ित से सद्व्यवहार, अच्छा आचरण कर वर्दी की गरिमा, कर्तव्य निष्ठा का पाठ भी पढ़ाया जाएगा। इस अवसर पर एसपी विपुल कुमार श्रीवास्तव, सीओ सोहराब खान आदि उपस्थित रहे।