कर्मयोगी संस्था को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक व प्रमुख सचिव संजय प्रसाद से मिली सकारात्मक प्रतिक्रिया
झांसी। झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई पार्क में रानी लक्ष्मीबाई की सिंहासन पर विराजमान प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर वर्षों से संघर्षरत कर्मयोगी संस्था को सोमवार को उस समय एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुयी, जब संस्था के अध्यक्ष पंडित संतोष कुमार गौड़ के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने लखनऊ में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक से उनके आवास पर भेंट कर इस ऐतिहासिक प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की।
प्रतिनिधिमंडल में विशेष अग्रवाल , एड राजेश चौरसिया, सतीश कुमार शाक्य सहित अन्य सदस्यों की उप मुख्यमंत्री से हुई वार्ता के दौरान टीम ने झांसी की अस्मिता, लोक भावनाओं और रानी लक्ष्मीबाई के गौरवपूर्ण इतिहास को दृष्टिगत रखते हुए रानी लक्ष्मीबाई पार्क में पूर्व में स्थापित प्रतिमा के निकट ही प्रतिमा को ‘राजमाता’ के रूप में सिंहासन पर स्थापित करने की आवश्यकता पर बल दिया। बताया कि देश में विभिन्न स्थानों पर महारानी लक्ष्मीबाई को एक योद्धा व वीरांगना के स्वरूप में ही दर्शाया गया है, कहीं पर भी उनकी महारानी के स्वरूप में सिंहासन पर विराजमान प्रतिमा नहीं है।
मांग की गई कि उनकी कर्मस्थली में 19 नवंबर तक एक भव्य प्रतिमा स्थापित की जाए। जिस पर आने वाले खर्च का इंतजाम संस्था द्वारा स्वयं किया जाएगा। शासन – प्रशासन स्तर पर महज़ स्थान उपलब्ध कराए जाने की मांग प्रतिनिधि मंडल ने की है।
उपमुख्यमंत्री श्री पाठक से सकारात्मक वार्ता के बाद प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद से भी भेंट की, जहां प्रस्ताव को लेकर सकारात्मक वार्ता ने प्रतिनिधि मंडल में जोश का संचार किया। संस्था अध्यक्ष पंडित संतोष कुमार गौड़ ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक तथा प्रमुख सचिव संजय प्रसाद के प्रति आभार व्यक्त करते हुए आशा जताई है कि यह ऐतिहासिक पहल शीघ्र ही मूर्त रूप लेगी और झांसी को रानी लक्ष्मीबाई की वीरगाथा को एक गौरवपूर्ण प्रतीक प्राप्त होगा।