थाना प्रभारी समेत अन्य पर लगाए आरोप, आत्महत्या से पहले वीडियो में खोले कई राज
दतिया मप्र। मध्य प्रदेश के दतिया जिले के थाना गोंदन परिसर में सरकारी आवास में सहायक उप निरीक्षक (एएसआइ) प्रमोद पावन ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना से पहले तीन वीडियो बनाकर बेटे धीरेंद्र सहित कुछ लोगों को भेजे। इसमें उन्होंने गोंदन थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया और थरेट थाना प्रभारी अनफासुल हसन के साथ गोंदन थाने के वाहन चालक आरक्षक रूपनारायण यादव उर्फ लकी और रेत कारोबारी बबलू यादव उर्फ अरविंद यादव पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए हैं।
भिंड के मूल निवासी मृतक एएसआइ प्रमोद अकेले ही थाना परिसर में स्थित क्वार्टर में रह रहे थे। एएसआई ने मौत के पहले बनाए वीडियो में बताया कि उन्हें लगातार 24 घंटे की ड्यूटी दी जाती थी, थाने से बाहर नहीं जाने दिया जाता था और उन्हें जातिसूचक गालियां भी दी जाती थीं। यहां तक कि रेत माफिया ने उन्हें ट्रक के नीचे फेंकने की धमकी भी दी थी। उन्होंने 7, 18 और 21 जुलाई को वीडियो बनाए और रात को बेटे को भेजे। सुबह जब बेटे ने वीडियो देखे, तो घबरा गया। जब परिवार ने कॉल किए और कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद परिवार ने किसी परिचित को भेजा तो उसने बताया कि दरवाजा नहीं खुला है, तो पुलिस बुलाकर तुड़वाया गया, अंदर प्रमोद का शव फंदे से लटका मिला।
बताया जाता है कि घटना से कुछ दिन पहले एक स्पष्टीकरण एसडीओपी को भेजकर उसमें भी यही आरोप लगाए थे। वीडियो में वाहन चेकिंग के दौरान बिना कागजात के पकड़े गए रेत कारोबारी बबलू यादव का ट्रैक्टर आरक्षक ड्राइवर रूपनारायण यादव और थाना प्रभारी अरविंद सिंह भदौरिया द्वारा छुड़वा देने का भी जिक्र है। एएसआइ वीडियो में कह रहे हैं कि “घटना के बाद से ही ये लोग प्रताड़ित करने लगे। उन्हें समग्र आइडी में सुधार के लिए भांडेर तक नहीं जाने दिया जा रहा। छुट्टी नहीं दी जा रही। एसपी से मिलने के लिए सात दिन से परेशान हैं। बबलू यादव रेत माफिया है। उसके घर के सामने मेन रोड पर रेत की टालें लगी हैं। ये सब थाना प्रभारी अरविंद भदौरिया और आरक्षक ड्राइवर यादव की मिलीभगत से चल रहा है। उड़ीना और थरेट के बीच जुआ खिलवाया जाता है।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “गोंदन में दिनेश सरपंच, सोडा में रामराजा यादव, बागपुरा में छोटू यादव और उड़ीना में रामलखन यादव जुआ खिलवा रहे हैं। ये सभी आरक्षक रूपनारायण के रिश्तेदार हैं। इन सभी के शह पर बबलू यादव कहता है कि तुझे ट्रैक्टर से कुचल दिया जाएगा। जातिसूचक शब्दों से भी अपमानित किया जाता है। रघु यादव भी जुआ खिलवा रहा है। 20 जुलाई को 11 लाख का जुआ हुआ था। थाना प्रभारी गोंदन भदौरिया इसीलिए किसी भी कर्मचारी को इलाके में नहीं जाने दे रहे हैं।”
आरक्षक चालक पर हत्या कराने के लगाए आरोप
मृतक एएसआइ प्रमोद पावन ने यह आरोप भी लगाया कि थाना गोंदन में भी हत्याएं हो रही हैं। रूपनारायण यादव का मोबाइल ट्रेस किया जाए तो अपराध संख्या- 155/24 धारा 302 मृतक नरेंद्र यादव निवासी गोंदन केस में भी रूपनारायण का हाथ निकलेगा। वीडियो में मृतक एएसआइ ने कहा है कि वह गोंदन में 10 माह से कार्यरत है। जहां लड़ाई-झगड़े के मामले रुपये लेकर मामला रफा-दफा कर दिए जा रहे हैं। वीडियो में वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा है कि आज एक आदमी का अंत होने जा रहा है। इसके लिए उक्त चार लोग जिम्मेदार हैं।
दतिया के एसपी सूरज वर्मा ने कहा कि मामले की जांच फिलहाल डीएसपी अजाक उमेश गर्ग को सौंपी गई है। जो वीडियो सामने आए हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। इसके लिए विशेष टीम गठित की जा रही है, जो इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करेगी।