झांसी मंडल के 11 स्टेशनों पर 12 मीटर चौड़े एफओबी निर्माण कार्य तीव्र गति से जारी
झांसी। यात्रियों की सुविधाओं एवं संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए झाँसी रेल मंडल द्वारा स्टेशनों के आधुनिकीकरण की दिशा में सतत प्रयास किए जा रहे हैं। वीरांगना लक्ष्मीबाई झाँसी एवं ग्वालियर जंक्शन जैसे प्रमुख स्टेशनों के साथ-साथ मंडल के अन्य महत्वपूर्ण स्टेशनों पर भी यात्री सुविधाओं का विस्तार सुनियोजित ढंग से किया जा रहा है।
इसी क्रम में महाराजा छत्रसाल छतरपुर स्टेशन पर 12 मीटर चौड़े आधुनिक फुटओवर ब्रिज का निर्माण कार्य तीव्र गति से जारी है। इस एफओबी के लिए कुल 11 गार्डर की आवश्यकता थी, जिनमें से 5 गार्डर दिनांक 26 जुलाई 2025 को सफलतापूर्वक लॉन्च किए गए थे। आज दिनांक 28 जुलाई 2025 को शेष 6 गार्डरों की भी कुशलतापूर्वक लॉन्चिंग कर दी गई है। यह कार्य ब्रिज इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों के निर्देशन एवं कुशल कारीगरों के सहयोग से समयबद्ध एवं सुरक्षित ढंग से सम्पन्न किया गया।
गौरतलब है कि झाँसी मंडल के अधिकांश स्टेशनों पर दोहरीकरण कार्यों के पूर्ण होने के पश्चात प्लेटफार्मों की संख्या में वृद्धि हुई है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने हेतु 12 मीटर चौड़े फुटओवर ब्रिज का निर्माण अत्यंत आवश्यक हो गया है।
मंडल के 11 प्रमुख स्टेशनों — मुरैना, डबरा, दतिया, भिंड, ललितपुर, उरई, बांदा, चित्रकूटधाम कर्वी, महोबा, महाराजा छत्रसाल छतरपुर एवं टीकमगढ़ — पर इन आधुनिक एफओबी का निर्माण कार्य प्रगति पर है। ये ब्रिज यात्रियों को प्लेटफार्मों के मध्य सुरक्षित, सहज एवं निर्बाध आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराएंगे, जिससे न केवल भीड़ प्रबंधन में सुधार होगा बल्कि स्टेशन परिसरों में संरक्षा मानकों में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
इन फुटओवर ब्रिजों की चौड़ाई एवं संरचना उन्हें अत्यधिक भीड़भाड़ की स्थिति में भी उपयोगी बनाती है। इससे यात्रियों को सुविधा के साथ-साथ रेलवे के परिचालन कार्यों में भी गति और दक्षता प्राप्त होगी। यह संरचनात्मक उन्नयन रेलवे की आधुनिक सोच और यात्रियों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
इस अवसर पर मंडल रेल प्रबंधक श्री दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि मंडल के सभी 11 चिन्हित स्टेशनों पर 12 मीटर चौड़े फुटओवर ब्रिज का कार्य तीव्र गति से जारी है। छतरपुर स्टेशन पर सभी गार्डर की सफल लॉन्चिंग इसके समयबद्ध निष्पादन का उदाहरण है। यात्रियों की सुविधा एवं संरक्षा सुनिश्चित करने हेतु यह निर्माण अत्यंत आवश्यक है। कम आवागमन वाले स्टेशनों पर भी मूलभूत सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण हमारी प्राथमिकता में शामिल है।