- पोस्टमार्टम हाउस से दो शवों में हुआ फेरबदल, एक का कर दिया अंतिम संस्कार
झांसी। इसे मेडिकल कालेज पोस्टमार्टम हाउस के कर्मियों की लापरवाही नहीं तो क्या कहा जाएगा कि मां व परिजन अपने मृत बेटे का अंतिम संस्कार करना तो दूर, मुंंह तक नहीं देख सके। लापरवाही के चलते रात के अंधेरे में पोस्टमार्टम हाउस से दो शवों में अदला बदली हो गयी। एक किशोर के शव को अंजाने में दूसरे किशोर के शव के परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया, किन्तु हंगामा उस समय हो गया जब जिस युवक का अंतिम संस्कार कर दिया गया था उसके शव को लेने परिजन पोस्टमार्टम घर पहुंच गए तब लापरवाही उजागर हुई, किन्तु तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
दरअसल, मऊरानीपुर थाना क्षेत्र के चुरारा निवासी १४ वर्षीय उमेश पुत्र मुकुन्दीलाल परिवार सहित शिवाजी नगर में किराये के मकान में रहकर मजदूरी करता था। वह मजदूरी करने के लिए पुलिया नम्बर नौ गया था, किन्तु वहां वाहन की टक्कर से वह गम्भीर रूप से घायल हो गया। उसे मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, किन्तु उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। चिकित्सक ने शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवाते हुए पुलिस को सूचना दी।इसके अलावा थाना एट जालौन के ग्राम अमीठा निवासी १४ वर्षीय राजकुमार पुत्र अरविन्द्र अपने मित्र राहुल पुत्र गजेन्द्र व राहुल पुत्र जगदीश के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर जा रहा था, एट पावर हाउस के पास ट्रक ने मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी। जिससे गम्भीर रूप से घायल राजकुमार व राहुल को झांसी लाकर मेडिकल कालेज मेडिकल कालेज में भर्ती कराया। जहां उपचार के दौरान घायल राजकुमार ने दम तोड़ दिया। इस पर राजकुमार के शव को भी पोस्टमार्टम हेतु मोर्चरी हाउस रखवाया गया।
इधर, मऊरानीपुर निवासी मृतक उमेश के परिजनों ने पैरवी करते हुए जिलाधिकारी से रात में ही शव का पोस्टमार्टम कराने के आदेश करा लिये। जिलाधिकारी के आदेश के बाद रात में तकरीबन २.३० शव का पोस्टमार्टम हुआ और पुलिस की सुरक्षा में शव को मऊरानीपुर के ग्राम चुरारा ले जाया गया और पुलिस की मौजूदगी में किशोर के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। वहीं दूसरी ओर आज सबेरे मृतक राजकुमार निवासी ग्राम अमीठा थाना एट के परिजन पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और पंचनामा आदि प्रकिया पूर्ण कराई। दोपहर के तकरीबन एक बजे मृतक के पिता अरविन्द्र व परिवार के अन्य लोगों ने पोस्टमार्टम से पूर्व शव को दिखाने को कहा। जिस पर चिकित्सक आदि ने पोस्टमार्टम हाउस के अन्दर रखे किशोर के शव को परिवार के लोगों को दिखाया। शव देख मृतक राजकुमार के पिता व परिवार के लोगों ने पहचान करने से इन्कार करते हुए कहा कि शव राजकुमार का नही है। इस पर अन्य शवों को देखा गया तो वहां राजकुमार का शव था ही नही। पोस्टमार्टम हाउस से शव गायब होने से मृतक के परिजनों में रोष व्याप्त हो गया। वहीं शव न मिलने से महिलाओं का भी रो-रो कर बुरा हाल हुआ। देखते ही देखते मृतक राजकुमार के परिजनों का आक्रोश फूट पड़ा और उन्होंने हंगामा करना शुरू कर दिया। पोस्टमार्टम हाउस से शव गायब होने व परिवार के लोगों द्वारा हंगामा करने की जानकारी होते ही पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल मिठास, क्षेत्राधिकारी नगर जितेन्द्र सिंह परिहार, नवाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव गायब होने की जांच की तो पाया कि रात के समय चिकित्सक व अन्य कर्मचारियों की लापरवाही के चलते उमेश के शव के स्थान पर राजकुमार के शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया और परिवार के लोगों ने भी बिना देखे राजकुमार के शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इस बात का पुख्ता करने के लिए पुलिस ने मृतक उमेश के परिवार के लोगों को बुलाया। इस पर मृतक उमेश के पिता मुकुन्दीलाल, दादा मातादीन व मां मीरा पोस्टमार्टम हाउस आये। पुलिस ने पोस्टमार्टम हाउस में रखे शव को पहचानने को कहा तो हंगामा कर रहे लोगों को देख मुकुन्दीलाल सहित परिवार के लोगों ने शव पहचानने से इन्कार दिया। परन्तु कुछ ही देर में मीरा की ममता सिसक उठी और उसने शव की पहचान अपने पुत्र उमेश के रूप में की। जब पुलिस शवों के फेरबदल होने के मामले में पुख्ता हो गई तो पुलिस ने मृतक राजकुमार के परिजनों को शव का अंतिम संस्कार होने की जानकारी दी। इस पर मृतक के परिजनों का आक्रोश और भड़क गया और उन्होंने हंगामा करते हुए शव देने की मांग पर अड़ गये। आक्रोशित लोगों का बड़ता हुआ हंगामा देख कई थानों की पुलिस बुलाई गई। एसपीआरए ने भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ कार्यवाही होगी, साथ ही मृतक उमेश के परिजनों को थाने में बैठा लिया। इस पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ।