• पोस्टमार्टम में बलात्कार का एडवांस परीक्षण व एक्सपर्ट ओपीनियन ली जाएगी
    झांसी। मण्डल के जिला जालौन के थाना कुठौंद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बिजावर में खेत में खोह में मिले 8 वर्षीय लड़की के अर्धनग्न शव प्रकरण में आज नया मोड़ ले लिया है। कल तक जालौन पुलिस अधीक्षक द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार लड़की की बलात्कार केबाद बाद बताया जा रहा था वहीं आज पुलिस उप महानिरीक्षक झांसी परिक्षेत्र द्वारा इसे नकारते हुए दावा किया कि लड़की से बलात्कार स्पष्ट नहीं हो पा रहा रहा है, उसकी हत्या बात नहीं मानने की खुन्नस में उसके पिता द्वारा हत्या कर लाश को फेंका गया है। पोस्टमार्टम में बलात्कार का एडवांस परीक्षण व एक्सपर्ट ओपीनियन ली जाएगी। इस प्रकरण में पकड़े गए नामजद दो आरोपी निर्दोष हैं, उन्हें रंजिशन फंसाया गया था।
    गौरतलब है कि जनपद जालौन के कुठौंद थानान्तर्गत ग्राम विजवाहा में खेत में खोह में 8 वर्षीय लड़की की अर्धनग्न लाश मिलने से हंगामा हो गया था। मृतका शिनाख्त गांव के ही लाखन सिंह की बेटी के रुप में हुई थी। लड़की के शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। आशंका जताई गई थी कि ब’ची की हत्या रेप के बाद हुई थी। इसकी पुष्टि घटना को लेकर जालौन पुलिस अधीक्षक स्वामी प्रसाद द्वारा जारी एक प्रेस नोट से हुई थी। इसमें उन्होंने बताया था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में रेप के बाद हत्या की पुष्टि हुई है। इस रिपोर्ट के आधार पर धारा 376 व 3/4 पास्को एक्ट की बढ़ोत्तरी कर दी गयी थी।
    इस प्रकरण की जांच के चलते रा’य महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल भी गांव में पहुंची थीं और उन्होंने आश्वस्त किया था कि यह योगी की सरकार है कोई भी अपराधी अपराध करने के बाद बच जाए ऐसा नामुमकिन है। इसके बाद पुलिस ने पिता की तहरीर पर गांव के ही मोतीलाल व जाहर सिंह को हिरासत में ले लिया था। इसके बाद पकड़े गए आरोपियों के परिजनों ने स्थानीय विधायक नरेंद्र सिंह जादौन के पास न्याय की गुहार लगाई थी और कहा था कि पुलिस निर्दोष लोगों को जेल भेज रही है। इधर, पुलिस अधीक्षक के इस खुलासे पर पूरे प्रदेश में हलचल हो गई और मामले ने सियासी रंग ले लेने से कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान लगने लगे थे। स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस उप महानिरीक्षक झांसी परिक्षेत्र सुभाष सिंह बघेल ने मामले की जांच की कमान स्वयं सम्भाल ली थी। जांच के बाद उजागर हुए तथ्यों को डीआईजी ने आनन-फ ानन में बुलायी गयी प्रेस कान्फें्रस में खुलसा किया।
    डीआईजी ने बताया कि इस घटना की जांच हेतु चार टीमें गठित की गयी थीं। जांच में गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ सबूत नहीं मिलने पर गांव के लोगों से पूछताछ की गयी। ग्रामीणों ने बताया कि मृतका के पिता ने लड़की के गायब होने की उन्हें जानकारी नहीं दी थी। लड़की की चाची ने बताया कि 8 जून की शाम 7 बजे लाखन सिंह ब’ची के साथ मारपीट कर रहा था। यह जानकारी मिलने पर जब लड़की के पिता (वादी) लाखन सिंह के मकान का निरीक्षण किया गया तो घर के एक कमरे में बक्से के पास एक कोने में खून के धब्बे व बाल एवं लाखन सिंह की पेण्ट में खून के धब्बे मिले, हालांकि पेण्ट को धो दिया गया था। घटना स्थल के पास भी खून मिला। तीनों स्थलों से मिले खून का विधि विज्ञान प्रयोगशाला से कराए गए परीक्षण में मानव रक्त पाया गया। आरोपियों से पूछताछ के बाद जब लाखन सिंह को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछतांछ की गई तो वह टूट गया। उसने बताया कि उसकी लड़की कभी भी उसकी बात नहीं मानती थी। घटना के दिन भी इसी बात पर वह आवेश में आ गया और उसने लड़की के साथ मारपीट कर हाथ से उसका गला दबाया, बाद में उसकी सिलेक्श (पजामी) उतार कर उसी से गला घोंट दिया। लड़की की मौत के बाद उसने उसके अर्धनग्न शव को पहले पुलिया के पास ले गया फिर खेत में ले जाकर एक कोने में बने खोह में सिर अंदर कर शव छिपा दिया। इतना ही नहीं पुरानी रंजिश का बदला लेने के लिए उसने विपक्षी जाहर सिंह व मोती लाल के खिलाफ मामला दर्ज करा दिया था।
    एसपी जालौन का प्रेस नोट गलत
    जब उनसे पूछा गया कि पोस्टमार्टम में बलात्कार की पुष्टि कैसे हुई, मृतका के गुप्तांग के पास चोटें कैसे आईं व पुलिस अधीक्षक जालौन द्वारा बलात्कार की बात कह कर मामले में धारा 376 व 3/4 पास्को एक्ट की बढ़ोत्तरी क्यों की। इस पर डीआईजी ने एसपी के प्रेस नोट को गलत बताते हुए उनके दावे को खारिज कर दिया। शरीर पर चोटों को देख कर बलात्कार की सम्भावना व्यक्त की गयी। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सम्बन्ध में एडवांस परीक्षण व एक्सपर्ट ओपीनियन ली जा रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि डीआईजी की जांच सही है या फिर जालौन एसपी द्वारा दिये गये प्रेस नोट की जानकारी। यदि जालौन एसपी द्वारा जारी किये गया गया प्रेस नोट गलत था तो धारा 376 व 3/4 पोस्को एक्ट की कैसे बढोत्तरी हो गई जिसके चलते पुलिस की किरकरी हुई। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पिता को हिरासत में लेकर कार्यवाही करने के बाद जेल भेज दिया है।