कानपुर संवाद सूत्र। करवा चौथ की रात कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर अजब गजब नजारा देख कर सभी आश्चर्यचकित रह गए। सोलह श्रृंगार किए एक महिला पूजा की थाली लेकर स्टेशन पर पहुंची थी। अगल-बगल से ट्रेनें गुजर रही थीं और प्लेटफार्म पर वह महिला श्रृद्धा के साथ अपने पति के साथ करवा चौथ मना रही थी।
परम्परा अनुसार पत्नी ने प्लेटफार्म पर चलनी से चांद देखने के बाद पति को देखा और आरती उतारी। पति ने पत्नी को पानी पिला कर व्रत पूरा कराया और ड्यूटी पर चला गया। इस पूजा के दौरान सेल्फी भी ली गई। प्लेटफार्म पर करवा चौथ पर्व मनाने की जरूरत क्यों पड़ी इसकी एक कहानी है।
दरअसल जिस व्यक्ति की पूजा की गई वह ट्रेन ड्राइवर महेश कुमार थे, जिन्हें करवाचौथ पर छुट्टी नहीं मिली। इस पर उनकी पत्नी स्टेशन आ गईं और वहीं त्योहार मनाया। प्लेटफार्म पर चलनी से पति को देखने का वीडियो वायरल हो गया तो रेलवे अफसरों तक चर्चा हो रही है। कानपुर देहात के झींझक मूल निवासी महेश कुमार लोको पायलट हैं और बर्रा में रहते हैं। वीडियो शुक्रवार की रात नौ बजे का बताया जा रहा है।
वीडियो में पत्नी महेश कुमार को प्लेटफार्म पर कानपुर सेंट्रल के बोर्ड के सामने खड़ा करती हैं। वीडियो में स्टेशन पर अनाउंसमेंट की भी आवाज आ रही हैं। गाड़ियों की आवाजाही हो रही है। अनाउंसमेंट होने की वजह से वीडियो में महेश कुमार इधर-उधर वॉकी-टॉकी लेकर घूमते दिख रहे हैं। पत्नी को पानी का लोटा और पूजा की सींकें कोई दूसरा देता है मगर उसका चेहरा वीडियो में नहीं दिखता। पत्नी चलनी में महेश कुमार का चेहरा देखती हैं। सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक की चालक लॉबी में हुई पूजा-आरती, पति के पांव छूकर आशीर्वाद लेने का वीडियो किसी ने बना लिया। रेलवे कर्मचारियों ने वीडियो देखकर कहा कि यह लोको पायलट महेश कुमार हैं। बर्रा में रहते हैं।
अपनी मर्जी से आई थी पत्नी
लोको पायलट महेश कुमार ने बताया कि मुझे छुट्टी नहीं मिल सकी। मैं शुक्रवार को ट्रेन संचालन में नहीं सहायक ट्रैक्शन फोरमैन की ड्यूटी पर था। 10 बजे मेरी शिफ्ट खत्म होती। उसके बाद चार्ज देने में डेढ़-दो घंटे का वक्त लगता। घर पहुंचते-पहुंचते रात का एक बज जाता। पत्नी का निर्जला व्रत था, तो वह अपनी मर्जी से खुद पूजा करने और आशीर्वाद लेने को स्टेशन आ गई थी। मैंने उनको बुलाया नहीं था।
एनसीआर पीआरओ ने बताया, लोको पायलट महेश कुमार ने ड्यूटी के साथ पारिवारिक दायित्व निभाते हुए एक मिसाल पेश की है। उनकी दोपहर बाद दो बजे से रात 10 बजे तक ड्यूटी थी। इस वजह से पत्नी स्टेशन आ गईं और करवा चौथ का व्रत वहीं आकर तोड़ा।