झाँसी। दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान, भोपाल एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित एवं वित पोषित परियोजना के अंतर्गत विलुप्तप्राय लोक आख्यानों में संस्कृति दर्शन
विषय पर साक्षात्कार परियोजना के प्रभारी डॉ शिवम शर्मा ने लोक विशेषज्ञ डॉ० रामशंकर भारती से साक्षात्कार किया।
साक्षात्कार में विलुप्तप्राय बुंदेली लोक आख्यानः कारसदेव, धर्मासाँवरी, हरदौल, सुरहन गऊ, राजा जगदेव, राजा मोरध्वज में संस्कृति दर्शन विषय पर सम्मलित छब्बीस प्रश्नों को प्रश्नोत्तरी में रामशंकर भारती ने विस्तार से परिसंवाद करते हुए बुंदेलखंड की लोक संस्कृति के सामाजिक, धार्मिक और वैज्ञानिक पहलुओं प्रकाश डाला। उन्होंने बुंदेली लोक संस्कृति को समरसता की संवाहक बताया ।
इस परिसंवाद-साक्षात्कार में सुप्रसिद्ध साहित्यकार निहाल चंद्र शिवहरे व सामाजिक सरोकारी साहित्यसेवी वरिष्ठ अधिवक्ता श्याम शरण नायक सत्य ने भी सहभागिता की। परिसंवाद का आयोजन वरिष्ठ साहित्यकार निहाल चंद्र शिवहरे के आवास पर संपन्न हुआ। दत्तोपंत ठेंगड़ी शोध संस्थान,भोपाल एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद,नई दिल्ली की
परियोजना के अंतर्गत साक्षात्कार समिति में पधारी वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. अल्पना त्रिवेदी, परियोजना प्रभारी डॉ. शिवम शर्मा, सहयोगी विजय कुमार राजवंशी एवं सुश्री वैशाली गुलेरिया को निहाल चंद्र शिवहरे उनकी धर्म पत्नी मालती शिवहरे एवं सत्य सनातन संस्कृति मंच न्यास के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम शरण नायक सत्य ने विद्वान अतिथियों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।













