• विभागीय कर्मी के संरक्षण में नि:शुल्क सेवा से वसूली!
    झांसी। कहते हैं कि जिनके कंधों पर कायदे कानून का पालन कराने का जिम्मा हो वही अवैध कारोबार में लिप्त हो जाएं तो फिर गड़बड़ी कैसे रोक सकता है। उसका उदाहरण आज उस समय देखने को मिला जब रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए नि:शुल्क किए गए पे एण्ड यूज जन सुविधा पर वसूली करते दो प्राइवेट व्यक्ति व एक सफाई कर्मी पकड़े गए तो उन्होंने स्वीकारा कि यह वसूली वह एक विभागीय कर्मी के इशारे पर कर उसे भी हिस्सा दे रहे थे। इसमें कितनी सत्यता है यह तो स्टेशन डायरेक्टर ही जानें क्योंकि उन्होंने कतिपय कारणों के चलते पकड़े गए आरोपियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया।
    गौरतलब है कि स्टेशन के विविध प्लेटफार्म पर यात्रियों को लघु व दीर्घ शंका के लिए रेल प्रशासन द्वारा पे एण्ड यूज जन सुविधा सेवा का संचालन किया जा रहा था। इससे यात्रियों को बेहतर साफ-सफ ाई के साथ लघु व दीर्घ शंका का लाभ मिल रहा था। इस सेवा प्रदाता कम्पनी द्वारा दीर्घ शंका (शौचालय) का उपयोग करने पर पांच रुपए शुल्क लिया जाता था जबकि लघु शंका नि:शुल्क थी। कुछ दिन पूर्व इस सेवा के ठेका की अवधि पूर्ण हो जाने पर ठेकेदार द्वारा इसे छोड़ दिया गया। इधर, रेल प्रशासन द्वारा इस सुविधा का नया ठेका करने के लिए टेण्डर आमंत्रित किया, किन्तु इसमें किसी ने रुचि नहीं दिखाई।
    उक्त स्थिति के चलते यात्रियों की सुविधा के लिए जन सुविधा का नया टेण्डर होने तक इसे रेल प्रशासन द्वारा नि:शुल्क करने की व्यवस्था कर दी। इसकी साफ-सफाई व मेण्टीनेंस का काम प्लेटफार्म की मैकेनिकल क्लीनिंग का ठेका लिए कम्पनी को अस्थायी रूप से सौंप दिया गया है। रेल प्रशासन द्वारा यह वैकल्पिक व्यवस्था यात्रियों की सुविधा के लिए नि:शुल्क की गयी थी, किन्तु इसके विपरीत कतिपय बाहरी दबंग व सफाई कर्मियों द्वारा चौबीस घण्टे अवैध रूप से वसूली शुरू कर दी गयी। इस वसूली के हिस्से को लेकर एक दो बार वसूली करने वाले उनमें विवाद व मारपीट हुई। इसकी जानकारी लगने पर इस व्यवस्था पर नजर रखने वाले द्वारा ही कतिपय सफाई कर्मियों को संरक्षण दे कर बाहरी को खदेड़ दिया और वसूली में हिस्सा लेना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी साहू जागरण डॉट कॉम द्वारा स्टेशन डायरेक्टर अनुपम सक्सेना से देकर इस बदनुमा दाग को साफ करने का अनुरोध किया। इस मामले को गम्भीरता से लेते हुए उन्होंने जिन प्लेटफार्म पर जनसुविधा केन्द्र थे वहां पर पोस्टर चिपकवा दिए कि यह सुविधा नि:शुल्क है, किन्तु इसका कोई असर नहीं हुआ। अवैध वसूली विशेषकर रात व सुबह के समय चालू रही और जिम्मेदार कर्मी जनबूझ कर आंखें बंद किए रहे।
    आज प्रात: प्लेटफार्म नम्बर एक पर जन सुविधा केन्द्र पर अवैध वसूली करते दो प्राइवेट युवक व एक सफाई कर्मी पकड़ा गया। तीनों से स्टेशन डायरेक्टर अनुपम सक्सेना ने पूछताछ की उनकी आंखें खुली की खुली रह गयीं। कुछ देर बाद तीनों को चेतावनी देकर चलता कर दिया गया, किन्तु कोई कार्यवाही नहीं की गयी। इस मामले में स्टेशन डायरेक्टर का कहना है कि पकड़े गए दो युवक आईओडब्लू के ठेकेदार के आदमी थे और तीसरा वर्दीधारी सफाई कर्मी को इसलिए पकड़ा था कि उसने इस पर रोक क्यों नहीं लगायी। उन्होंने बताया कि तीनों से पूछताछ कर चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है। आईओडब्लू अपने दोनों आदमियों को ले गया। सूत्रों की मानें तो कुछ दिन शांत रहने के बाद पे एण्ड यूज पर अवैध वसूली जारी रहेगी, किन्तु कार्यप्रणाली व आदमी बदल दिए जाएंगे।