सर्राफा व्यापार कमेटी ने सभापति से की थी व्यापारियों के शोषण की शिकायत
झांसी। देर रात हुए शहर कोतवाल / निरीक्षक राजेश पाल का तबादला हो गया, किंतु इसके बाद सोशल मीडिया पर उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति के निजी सचिव धर्मेन्द्र सिंह का पत्र सुर्खियों में आ गया है।
सूबे के डीजीपी को संबोधित इस पत्र में लिखा गया है कि “सभापति जी को प्राप्त प्रार्थना प्रार्थना पत्र सर्राफा व्यापार कमेटी सर्राफा बाजार जनपद-झाँसी के संलग्न प्रार्थना पत्र का अवलोकन करने का कष्ट करें। अवगत कराया गया है कि जनपद-झॉसी के कोतवाली में तैनात पुलिस इन्स्पेक्टर राजेश पाल द्वारा अनावश्यक रूप से व्यापारियों का शोषण किया जा रहा है. जिसकी वजह से समस्त सर्राफा व्यवसायी प्रताड़ित एवं उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
अतः सभापति जी ने अपेक्षा की है कि संलग्न प्रार्थना पत्र में उल्लिखित शिकायतों की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जाँच कराते हुए एवं इंस्पेक्टर राजेश पाल को जनपद-झाँसी से हटाकर अन्यत्र कराये जाने के आदेश प्रदान करने के साथ ही कृत कार्यवाही से माननीय सभापति को सूचनार्थ अवगत कराया जाए।”
यह पत्र 18 नवंबर को जारी किया गया था जो आज शोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस पत्र के बाद इंस्पेक्टर राजेश पाल को जनपद झांसी से अन्यत्र भेजे जाने के स्थान से कोतवाली से जनपद झांसी में ही मोंठ स्थानांतरित कर दिया गया।














