- अब 35 की जगह 30 प्रातिशत वाले संगठन को भी मिलेगी मान्यता
झांसी। रेलवे बोर्ड ने रेल यूनियन के मान्यता के चुनाव के नियमों में बदलाव कर दिया गया है। बोर्ड ने अब ऐसे संगठनों को भी मान्यता देने का निर्णय लिया है जिनका वोट प्रातिशत 30 होगा। इसके पहले 35 प्रतिशत का प्रावधान नियम में था। रेलवे में अभी तक एआईआरएफ और एनएफ आईआर दो ही यूनियन का कब्जा रहा। बदले नियम से अब तीसरे संगठन को मान्यता मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
गौरतलब है कि भारतीय रेल में हर पांच वर्ष में रेल यूनियन की मान्यता के चुनाव वेलेट पेपर से होते हैं। इस वर्ष यह चुनाव 27, 28 और 29 अगस्त को होना प्रस्तावित है। सूत्रों की मानें तो इस चुनाव में भाजपा सरकार ने अपने संगठन को रेलवे में मजबूत करने का निर्णय लिया है। रेलवे में वर्षों से एआईआरएफ व एनएफ आईआर का कब्जा है। इन दोनों यूनोयनों को कमजोर करने और भाजपा संगठन को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने मान्यता चुनाव में परिवर्तन कर रेलवे में पैठ बनाने की पहली पहल की है। जिसके तहत सरकार ने 35 की बजाय 30 प्रातिशत वोट हासिल करने वाले संगठन को भी मान्यता देने के लिए अधिसूचना जारी की है। परिवर्तित व्यवस्था से आने वाले चुनाव में उक्त दो यूनियानों के अलावा अन्य संगठन भी चुनाव मैदान में होंगे। भाजपा सरकार लंबे समय से काबिज रेलवे की दोनो यूनियनों की कार्य शैली से परिचित है। इन यूनियन में वंशवाद की परम्परा वर्षो से चली आ रही है जिसके चलते होनहार, कर्मठ रेलकर्मियों को कभी मौका नहीं मिला। सरकार चाहती है कि रेलकर्मी ही यूनियन और संगठन में पदाधिकारी हो व सेवानिवृत्त घर बैठ आराम करें।