झांसी। उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल के नये मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर द्वारा पद का कार्यभार आज ग्रहण का लिया गया है। श्री माथुर वर्ष-1988 बैच के भारतीय रेल सिग्नल एवं टेलिकॉम सेवा के अधिकारी हैं। भारतीय रेल में इनकी सेवा का प्रारंभ उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद मंडल से हुआ। इन्होंने इलाहाबाद व कानपुर में सहायक सिग्नल व टेलिकॉम इंजीनियर का कार्यभार संभाला। इनके द्वारा बीकानेर मंडल में मंडल सिग्नल व टेलिकॉम इंजीनियर का कार्य भी किया गया तदुपरांत उत्तर रेलवे में वरिष्ठ मंडल सिग्नल व टेलिकॉम इंजीनियर का कार्य संभाला गया। इनके कार्य में पारंगत होने के कारण इनको डैप्युटेशन पर सिग्नल एक्सपर्ट की हैसियत से मलेशिया भेजा गया।
इसके उपरान्त इनके द्वारा खरगपुर व चक्रधरपुर जैसे मंडलों में भी कंस्ट्रक्शन व ओपन लाइन में काम किया गया। मुख्य सिग्नल व टेलिकॉम इंजीनियर कंस्ट्रक्शन के पद पर कार्य करने के उपरान्त श्री माथुर उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी बने। उत्तर मध्य रेलवे की महत्वपूर्ण परियोजनायें जैसे आगरा कैंट स्टेशन, टूंडला फ्लाई ओवर, चुनार व बांदा-मानिकपुर खंड के सिग्नल प्रणाली की बेहतरी में इनके द्वारा अति विशेष योगदान प्रदान किया गया। श्री माथुर को भारतीय रेल के विभिन्न क्षेत्रीय रेलों के साथ-साथ अन्य देशों में भी कार्य करने का व्यापक अनुभव है। श्री माथुर वर्तमान में आरडीएसओ में ईडी/सिगनल के पद पर फरवरी 2016 से कार्यरत हैं। इस दौरान उन्होंने ट्रेन कोलिजन एडवोंस सिस्टम, फोग पास, आटोमेटिक फायर डिटेक्शन सुपरीसन सिस्टम आफ सिगनल इंस्टालेशन आदि के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अतिरिक्त इन्होंने इलेक्ट्रानिक इण्टरलाकिंग में बेहतरी के साथ सिग्नल क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को सुलझाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
श्री माथुर ने वर्ष 2016 में आईएनएनओ रेल जर्मनी में भारतीय रेल के प्रतिनिधि के रूप में भागीदारी की। उनके कई पेपर्स राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सेमिनारों में प्रस्तुत किये गये हैं। भारतीय रेलवे में तकनीकी योगदान के अलावा श्री माथुर एक अच्छे खिलाड़ी के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियों में भी इनका योगदान अनुकरणीय है।