सरकारी कर्मचारियों का हक है पुरानी पेंशन – का. अमरीक
झांसी। हिन्दुस्तान की सरकारों ने सरकारी कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बंद करके सन् २००४ से एनपीएस लागू किया है जो सरकारी कर्मचारियों के साथ धोखा है। फ्रण्ट अगेन्स्ट एनपीएस इन रेलवे ने नेशनल मूवमेंट ऑफ ओल्ड पेंशन स्कीम (एनएमओपीएस) के साथ मिलकर देशव्यापी आंदोलन की अलख जगा रखी है जो पुरानी पेंशन बहाली तक जारी रहेगी चाहे उसके लिये रेल में हड़ताल ही क्यों न करना पड़ें, क्योंकि पुरानी पेंशन सरकारी कर्मचारियों का हक है।
उक्त उद्गार फ्रण्ट अगेन्स्ट एपीएस इन रेलवे के राष्ट्रीय अध्यक्ष का. अमरीक सिंह ने सीनियर रेलवे इंस्टीट्यूट झांसी में नार्थ सेन्ट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन झांसी मण्डल द्वारा आयोजित पेंशन हक है हमारा सम्मेलन में मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किया। उन्होंने नई पेंशन नीति की खामियों की विस्तृत जानकारी देते हुये भविष्य की भयावह स्थिति से अवगत कराया और युवा कर्मचारियों से अपने हक के लिये एनपीएस के खिलाफ फ्रण्ट अगेन्स्ट एपीए इन रेलवे द्वारा चलाये जा रहे देशव्यापी आंदोलन से जुडऩे का आह्वान किया। मुख्य अतिथि इण्डियन रेलवे इम्पलाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं नार्थ सेन्ट्रल रेलवे वर्कर्स यूनिनय के महामंत्र का. मनोज पाण्डे ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था को समाप्त कर नई पेंशन व्यवस्था के लिए सरकार के साथ-साथ मान्यता प्राप्त फेडरेशन भी दोषी हैं क्योंकि सरकार की हां में हां मिलाकर सरकार की चापलूसी करने वाले इन मान्यता प्राप्त संगठन के नेताओं ने सरकारी कर्मचारियों के हितों के साथ खिलवाड़ किया है और उनका हक छीना है जिसे आईआरईएफ एवं एनसीआरडब्लूयू के लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे और शीघ्र मान्यता के होने वाले चुनाव में इन धोखेबाज मान्यता प्राप्त दोनों संगठनों एआईआरएफ और एनएफआईआर को जड़ से उखाड़ फेकेेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि मोदी-२ सरकार आने के बाद से १०० डेज एक्शन प्लान के माध्यम से लाभ में चल रही सातों उत्पादन इकाईयां को निगमीकरण के माध्यम से निजी हाथों में सौंपने की साजिश हो रही है। रेलवे की बेशकीमती सम्पत्तियों को कौड़ी के भाव सरकार अपने चहेतों को बेचने की योजना बना रही है जिसे इण्डियन रेलवे इम्पलाइज फेडरेशन बर्दाश्त नहीं करेगी और उत्पादन इकाईयोंं में चल रहे आंदोलन को पूरे रेल में चलाया जायेगा, किसी भी कीमत पर रेल के बिकने नहीं देगी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये नार्थ सेन्ट्रल रेलवे वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष का. एसपीएस यादव ने रेल कर्मचारियों को चेताया कि यदि अपने हक के लिये रेल कर्मचारी नहीं जागे तो सरकार की साजिश के कारण न रेल रहेगी और न रेल कर्मचारी। एनपीएस एवं १०० डेज एक्शन के आंदोलन में देश के सभी रेल संगठनों एवं एसोसियेशन को साथ मिलकर चलने का आह्वान करते हुये कहा कि मान्यता प्राप्त संगठन घडिय़ाली आंसू बहाना बंद करें और कर्मचारियों के हितों के लिये साथ मिलकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करें। इस दौरान संगठन के केन्द्रीय उपाध्यक्ष बीके उपाध्याय एवं मण्डल मंत्री का. अरविंद राय भी उपस्थित रहे। इसमें युवा साथियों के साथ-साथ एलारसा, एससी/एसटी एसोसियेशन, ट्रैकमैन एसोसियेशन, अटेलवा, जिलाध्यक्ष अरविंद यादव एवं रेल साथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। सम्मेलन में का. संजय तिवारी, का. राहुल चौरसिया, का. सैयद इरफान अली, का. दिलीप यादव, का. राजीव सिंह, का. कमल उसरी, का. अतीक अहमद, का. मयंक पटवर्धन का. सुजीत का. विष्णु, का. सचिन रजक, का. संतोष साहू, का. प्रदीप कुशवाहा, का. संतोष सिंह, का. सुरेश सिंह, का. रूकमानदं पाण्डेय, का. शिवेन्द्र प्रताप सिंह, का. आफताब अहमद, का. करमवीर सिंह, का. राजू यादव, का. आरए रिजवी, का. अभय सिंह, का. सुदर्शन, का पवन मालवीय, का. नीरज सिंह आदि ने सम्बोधित किया।