झांसी। उमरे के झांसी मण्डल के दर्जनों कर्मचारियों ने महाप्रबन्धक को भेजे शिकायती पत्र में सीनियर डीईई (जी) पर सेफटी विभाग के कर्मचारियों एवं विद्युत सामान्य विभाग में वरिष्ठ पर्यवेक्षकों व कर्मचारियों के साथ भेदभाव व उत्पीडि़त करने का आरोप लगाया है। इसमें मण्डल की स्थानांतरण पालसी पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि सीनियर को बाहर कर दिया गया और जूनियर से विभाग चलवाया जा रहा है।
आरोप लगाया गया कि विभाग में असंवेदनशील पद पर कार्यरत वरिष्ठ एसएसई को सामान वेतनमान में बिना आप्शन, बिना कारण डीआरएम कार्यालय से वर्कशाप यूनिट स्थानांतरित कर दिया गया। १९ अगस्त को विभाग द्वारा जारी जीएमआई, सिक मेमो, मेडिकल सिक की लिखित सूचना देने के बाद भी हाजिरी रजिस्टर से नाम काट दिया गया जबकि इसी कार्यालय में सीओएस के पद पर कार्यरत कर्मचारी का वर्कशाप स्थानांतरण हुए तीन माह हो गए, किन्तु वर्तमान में उसी स्थान पर कार्यरत है। मान्यता प्राप्त संगठन एनसीआरईएस में विवाद के चलते डिवीजनल सेके्रटरी के पक्ष में स्थगन आदेश न्यायालय सिविल जज के यथावत जारी है, किन्तु इसे अनदेखा कर कार्यवाही की गयी। एक वर्ष पूर्व ग्वालियर से झांसी आए वरिष्ठ पर्यवेक्षक का ३६ माह का इन्क्रीमेण्ट बंद कर दिया गया। खजुराहो एक पद सृजित कर बाहरी जोन से आए कर्मचारी को तैनात कर दिया गया, सबसे जूनियर को डीआरएम आफिस में पदस्थ कर दिया गया। पीडि़त कर्मचारियों ने महाप्रबन्धक से आरोपों की जांच कर कार्यवाही की मांग की है।