- कायाकल्प योजना से व्यवस्थाएं हुईं दुरुस्त  
 झांसी। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने बताया कि प्रेरणा एप किसी भी हालत में वापस नहीं होगा। इस पर शिक्षकों को अपनी उपस्थिति दर्ज करानी ही होगी। इस एप को शीघ्र ही अनिवार्य किया जाएगा। उनका कहना था कि प्रेरणा एप को शुरू में एच्छिक किया गया था क्योंकि उम्मीद थी कि शिक्षक इसे डाउनलोड करेंगे, किन्तु वह नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि अब विद्यालयों को टेबलेट भेज जाएंगे। जब टेबलेट पहुंच जाएंगे तब इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा।
 उन्होंने बताया कि फिर कोई बहाना नहीं चलेगा, इसके बाद सभी शिक्षकों को उपस्थिति प्रेरणा एप पर देना होगी। उन्होंने बताया कि इस एप में बिजली की समस्या आड़े नहीं आएगी। इंटरनेट के जुड़ते ही एप पर फ ोटो अपलोड होना आरंभ हो जाएगी। इस एप की खासियत है कि इसमें फोटो का समय व लोकेशन उसी समय की होगी जब उसे अपलोड किया गया होगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिभा सम्मान समारोह में आए डॉ. द्विवेदी ने बताया कि प्रदेश में योगी सरकार जब से आई है तब से कायाकल्प योजना शुरू हुई है। इससे व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया है। सरकार ने अवस्थापना और व्यवस्थाओं पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में १.५९ लाख विद्यालयों में से ५२ हजार विद्यालयों को दुरुस्त किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि नगरों में कायाकल्प योजना शुरू की गई है और स्थानीय स्तर पर अधिकारियों की ओर से सुधार के प्रयास किए गए हैं।
 ्रउन्होंने बताया कि उन्नाव जिले में प्रकाश में आए खेल किट घोटाला में वहां के बीएसए को निलंबित कर दिया गया है और अन्य जिलों से भी खेल किट के बारे में जानकारी की जा रही है, उपभोग प्रमाण पत्र भी मांगे जा रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच में जो दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि योगी सरकार जीरो टोलरेंस की नीति पर काम कर रही है। फर्जी शिक्षकों की सघन जांच हो रही है और प्रकाश में आ रहे हैं उन्हें बर्खास्त कर उनके खिलाफ रिपोर्ट की जा रही है। उर्दू शिक्षकों की भर्ती में गड़बड़ी की जांच कर कार्यवाही की जाएगी।
 
		












