• कुलपति पर छात्रों के अधिकारों को दबाने का आरोप
    झांसी। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति के आदेशानुसार कुलसचिव ने छात्र नेता स्वदेश यादव को विश्वविद्यालय परिसर में प्रतिबन्ध कर दिया है। इसके साथ ही अब कोई भी छात्र धरना-प्रदर्शन आन्दोलन कुलपति की अनुमति के बिना नही कर पायेंगे।
    इस मामले में समाजवादी छात्रसभा के पूर्व प्रदेश महासचिव स्वदेश यादव ने विश्वविधालय प्रशासन पर तानाशाही रवैया का आरोप लगाते हुए बताया कि छात्रों की जायज मांगों को दबाया जा रहा है। जब छात्रों की बात नही सुनी जाती, उनके अधिकारों का हनन होता है तो मजबूरी में शान्ति पूर्ण धरने पर बैठना पड़ता है। उन्होंने आरोप लगाया कि विश्वविधालय में भ्रष्टाचार कोढ़ बनता जा रहा है। बिना रुपया लिए मार्कसीट सत्यापित नही की जाती है, प्रैक्टीकलों में रूपयों की मांग की जाती है। उन्होंने सवाल किया कि इस तरह की गड़बडिय़ां छात्र कुलपति को नही बतायेगा तो किसको बतायेगा।
    बुन्देलखण्ड महाविद्यालय झांसी में एमए (राजनीति शास्त्र) का प्रथम वर्ष का छात्र स्वदेश का सवाल है कि विवि से सम्बन्ध महाविद्यालयों के छात्र क्या कुलपति, कुलसचिव से नही मिल सकते, अपनी समस्या नही बता सकते हैं। विश्वविद्यालय की परीक्षा फार्म भरने की बेबसाइड के नहीं चलने से छात्र फार्म नही भर पा रहे, परीक्षा फार्म की तारीख निकलने वाली है। यह समस्या विश्वविद्यालय को बताना जरूरी है। उनका आरोप है कि बीयू कुलानुशासक अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, पूर्व में भी कुलपति से शिकायत की जा चुकी है। कुलपति को लिखित पत्र दिया था कि भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों द्वारा गोपनीय में चार्टो में फर्जीबाड़ा किया जा रहा है। चार्टो में अनुउत्तीर्ण व मार्कशीट में उत्तीर्ण की हेराफेरी चल रही है। स्वदेश का दावा है कि यदि उसका प्रतिबन्ध नही होता तो बहुत जल्द ही इस तरह के लोग रंगे हाथों पकड़े जाते। उन्होंने दावा किया कि वह शान्त नही बैठेंगे, छात्रों की मदद के लिए सड़कों पर बैठना पड़ा तो पीछे नहीं हटेंगे व जल्द ही राज्यपाल को बुन्देलखण्ड विश्वविधालय की सत्यता से अवगत करायेंगे।