• कर्मचारियों व सुपरवाइजर्स में विवाद बढ़ा, वायो मैट्रिक मशीन व लैपटाप क्षतिग्रस्त करने का आरोप
    झांसी। उमरे के झांसी स्टेशन पर वेतन विसंगतियों व सर्विस रूल को लेकर प्राइम क्लिनिंग सर्विस कम्पनी व सफाई कर्मियों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कर्मियों ने कम्पनी द्वारा जारी काम के नियमों की सूची को लेने से मना करते हुए मंगलवार को हंगामा कर दिया तो विवाद बढ़ गया। कम्पनी के सुपरवाइजर्स ने कर्मचारियों पर मारपीट एवं वायो मैट्रिक मशीन व लैपटाप क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाते हुए जीआरपी में शिकायत की तो पीडि़त कर्मचारियों ने सहायक श्रमायुक्त केन्द्रीय का दरवाजा खटखटा कर मांगों सम्बन्धी ज्ञापन दिया। इस पर सहायक श्रमायुक्त ने जांच के लिए कम्पनी को नोटिस जारी कर २९ नवम्बर को तलब किया और कर्मचारियों को काम पर लिए जाने को कहा।
    गौरतलब है कि झांसी स्टेशन पर मैकेनिकल क्लीनिंग का ठेका लिए प्राइम क्लिनिंग सर्विस कम्पनी में कार्यरत सफाई कर्मियों ने सर्विस रूल व वेतन विसंगतियों में सुधार की मांग को लेकर सोमवार को काम बंद कर प्रदर्शन कर सात सूत्री ज्ञापन दिया था। कम्पनी के सुपरवाइजर्स द्वारा मांगों पर कार्यवाही के आश्वासन व १५ दिन का समय मांगने पर कर्मचारी काम पर लौट आए थे, किन्तु सायं कम्पनी की ओर से कर्मचारियों को डयूटी से सम्बन्धित नियमावली थमाने का प्रयास किया। इस नियमावली का विरोध करते हुए कर्मचारियों ने इसे उत्पीडऩ बताया। इसको लेकर मंगलवार की प्रात: पुन: कर्मचारी विरोध पर उतर आए क्योंकि सूची नहीं लेने पर डयूटी नहीं करने देने का अल्टीमेटम दिया गया था। कर्मचारियों ने कम्पनी के कार्यालय में जाकर नियमावली विरोध किया तो विवाद हो गया। सुपरवाइजर का आरोप है कि कर्मचारियों ने मारपीट कर वायो मैट्रिक मशीन व लेपटाप क्षतिग्रस्त कर दिया जबकि कर्मचारियों ने इसे आंदोलन विफल करने की साजिश करार देते हुए सुपरवाइजर्स पर ही मारपीट व तोडफ़ोड़ कर फर्जी मुकदमें में फंसाने का आरोप लगाया। सुपरवाइजर्स द्वारा इसकी शिकायत जीआरपी थाने जाकर की। पीडि़त कर्मचारियों ने सहायक श्रमायुक्त केन्द्रीय निशांत पी चौबे से मिल कर कम्पनी द्वारा श्रम नियमों में की जा रही धांधलियों से सम्बन्धित ज्ञापन दिया।
    सहायक श्रमायुक्त केन्द्रीय ने शिकायतों को गम्भीरता से लेकर श्रमिकों को जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया। उन्होंने प्राइम क्लीनिंग को उक्त मामले में नोटिस जारी कर २९ नवम्बर को तलब कर लिया। उन्होंने इसी तारीख को शिकायतकर्ताओं से भी उपस्थित रहने को कहा। कर्मचारियों द्वारा काम पर नहीं लेने की शिकायत पर उन्होंने कम्पनी के सुपरवाइजर को नियमानुसार कर्मचारियों को काम पर लिए जाने के निर्देश दिए।
    वायो मैट्रिक मशीन बनी पहेली
    कम्पनी द्वारा कर्मचारियों की हाजरी के लिए कार्यालय में लगायी गयी वायो मैट्रिक मशीन पहेली बन गयी है। कुछ माह पूर्व वायो मैट्रिक मशीन को गायब कर दिया गया था और अब इसे क्षतिग्रस्त कर दिया गया। आरोप है कि इसके पीछे कर्मचारियों को नुकसान पहुंचाने की साजिश है क्योंकि इसकी आड़ में हाजरी का वास्तविक रिकार्ड गायब हो जाने से कर्मचारियों को फण्ड आदि देने की बचत हो जाएगी। कर्मचारियों ने इसकी जांच की मांग की है।