झांसी। आरपीएफ स्टेशन पोस्ट पर तैनात सहायक उप निरीक्षक संजय प्रताप कुशवाहा हमराह आरक्षक जेपी गौड़ के साथ रेलवे स्टेशन गश्त कर रहे थे। इस दौरान प्लेटफार्म नम्बर एक से 19305 कामाख्या एक्सप्रेस के करीब 23.30 बजे जाने के बाद एक लेडीज पर्स प्लेटफार्म के नीचे गिरा मिला। इस पर्स को आरपीएफ टीम ने उठा कर उसके बारे में अनाउंसमेंट कराया, किन्तु जब कोई नहीं आया तब पर्स को पोस्ट पर लाया गया। इसके बाद विनोद बहादुर थापा निवासी क्वाटर नंण् डी 37 ब्लॉक न्यू मल्टी जतक लाइन ग्वालियर नामक यात्री अपने पुत्र के साथ पोस्ट पर उपस्थित हुआ। उसने बताया कि वह 19305 कामाख्या एक्सप्रेस में अपनी बहन पुरनी कला को बैठाने आए थे। उसका एस-8 में आरक्षण था। इसी दौरान गाड़ी चल पडऩे के कारण बहन को कोच में चढ़ा दिया, किन्तु जल्दबाजी में उसका लेडीज पर्स गाड़ी से नीचे गिर गया पता नहीं चल पाया। बाद मे बहन ने फोन कर बताया कि उसका पर्स स्टेशन पर ही गिर गया है। अनाउंसमेंट सुनकर वह पोस्ट पर उपस्थित हुआ। पूछताछ करने पर उसने बताया कि पर्स में सोने का 1 जंतर, अंगूठी, मंगलसूत्र सभी का वजन लगभग 80 ग्राम स्वर्ण आभूषण (कीमत करीब 250000) तथा 1000 रुपए रखे हैं। जब पर्स खोल कर चेक किया गया तो बताया गया सामान उसमें रखा गया। इसकी जानकारी देेने पर प्रभारी निरीक्षक के आदेश से उक्त व्यक्ति को उसका सभी सामान सहित पर्स सुपुर्दगी मेें दे दिया गया। यात्री अपनी बहन का सामान पाकर बहुत खुश हुआ तथा आरपीएफ की कार्यप्रणाली की सराहना की।