झांसी। पुलिस के साथ साथ आम नागरिकों के लिए नशेडिय़ों की फौज समस्या बनती जा रही है। नशे के कारोबारियों पर अंकुश नहीं लगने से नशेडिय़ों की संख्या बढ़ती जा रही है और नशे की पूर्ति के लिए नशेड़ी दिन दहाडे घरों में प्रवेश कर चोरी की बारदातों को अन्जाम दे रहे हैं और विरोध करने पर मारपीट पर आमादा हो जाते हैं। पुलिस यदि नशे की गंगोत्री पर अंकुश लगा दे तो नशेडिय़ों की फौज से राहत मिल सकती है।
बताया गया है कि थाना कोतवाली अन्तर्गत दतिया गेट बाहर निवासी विश्वकर्मा परिवार के मकान में एक नशेड़ी बगल के मकान की छत पर चढ़ कर गुरुवार और शुक्रवार की रात में घर में प्रवेश कर गया और कमरे में टंगी पेण्ट को उठा कर उसकी जेबें तलाशने लगा। इस दौरान उसे जेब में 5 हजार रुपए व एक मोबाइल फोन मिल गया। इसी दौरान आहट सुन कर घर बालों ने शोर मचा दिया। इस पर उक्त नशेड़ी चोर छत से कूँदता हुआ नीचे उतरा और वहां पहले से तैयार खड़े आपे में सवार होकर रफूचक्कर हो गया। विश्वकर्मा के यहाँ चोरी हुई तो रात में ही कोतवाली मे सूचना दी गयी। इस पर जब छानबीन की गयी तो सीसी टीवी फुटेज में नशेड़ी की फोटो आ जाने की जानकारी नशेड़ी चोरों के साथियों को मिली तो उन्होंने मैनेज करना शुरू कर दिया। नशेड़ी को बचाने के लिए उसके सहयोगियों ने उड़ाए गए रुपए व मोबाइल फोन विश्वकर्मा परिवार को वापस दिलवा दिए। चोरी गए माल के वापस मिल जाने पर परिजन खुश हो गए पर इसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी। सूत्रों का कहना है कि यदि चोर व उसके सहयोगियों की जानकारी पुलिस को दे दी जाती तो कई और चोरियां खुल सकती थीं। इसके पहले भी इसी सप्ताह में क्षेत्र में 2 चोरियां और हो चुकी है लेकिन कोतबाली पुलिस को सूचना नही दी गयी। इससे नशेड़ी चोरों के हौंसले बुलन्द हैं और यदि इन पर अंकुश नहीं लगाया गया तो कभी भी बढ़ी घटना हो सकती है।