• विशाखापटटनम से दिल्ली जाते समय प्लेटफार्म पर आरपीएफ के हत्थे चढ़े
    झांसी। आरपीएफ की सतर्कता से विशाखापटटनम से 165000 रुपए कीमत की अवैध मादक पदार्थ गांजा की खेप को दिल्ली पहुंचाने का प्रयास विफल हो गया। आरपीएफ टीम ने प्लेटफार्म पर दिल्ली जाने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे दो ऐसे युवकों को दबोच लिया जो इंजीनियर हैं, किन्तु अधिक रुपयों के कमाने के लालच में नशे के सौदागरो के गुर्गे बन कर खेप को ठिकाने लगाने के काम में लग गए।
    बताया गया है कि आरपीएफ स्टेशन पोस्ट प्रभारी निरीक्षक एके यादव के दिशा निर्देशन में उप निरीक्षक रविन्द्र सिंह राजावत, आरक्षी विजय शर्मा, लोकेंद्र सिंह, डीएस मीना, ब्रजमोहन मीना, राजकुमार वर्मा व डिटेक्टिव विंग झांसी के प्रधान आरक्षी अवधेश कुमार व आरक्षी दीपक कुमार द्वारा स्टेशन पर प्लेटफार्म नम्बर 2/3 दिल्ली छोर पर रात्रि लगभग 2:30 बजे गस्त के दौरान 2 युवकों को दो पि_ू बैग लादे संदिग्ध अवस्था में दिखाई दिए। टीम ने घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया और जब बैगों की तलाशी ली तो उनमें कई पैकेट में अवैध मादक पदार्थ गांजा कपड़ों के बीच में छिपा कर रखा मिला। जांच व तोल करने पर पता चला कि बैगों से बरामद गांजा 11 किलो 125 ग्राम है। पूछताछ में पकड़े गए दोनों युवकों ने अपने नाम व पते क्रमश: वशिष्ठ कुमार पाण्डेय पुत्र कृष्ण कुमार पाण्डेय हाल निवासी सी.18 न्यू अशोक नगर पीली कोठी के पास नई दिल्ली थाना न्यू अशोक नगर व मूल निवासी ग्राम/पोस्ट सोनो थाना सोनो जिला जमुईए बिहार तथा धीरज कुमार साही पुत्र सुनील साही हाल निवासी उपरोक्त व मूल निवासी ग्राम नयागॉव, पोस्ट सीसई, थाना गोरे जिला गोपालगंज बिहार बताया। उनका कहना था कि बरामद गांजा वह लोग विशाखापटटनम से लाए थे और दिल्ली ले जा रहे थे।
    आरपीएफ के अनुसार पकड़े गए दोनों युवक इंजीनियर हैं, किन्तु अधिक रुपए कमाने की लालच में दोनों ने अवैध मादक पदार्थों के सौदागरों के इशारे पर मादक पदार्थों की खेप को इधर-उधर करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि उन्हें एक बार खेप बताए गए पते पर पहुंचाने के एवज में पन्द्रह से बीस हजार रुपए तक मिलते थे। वह पकडऩे से बचने के लिए कई ट्रेन बदल कर झांसी स्टेशन पर आए और यहां से किसी ट्रेन में सवार होकर दिल्ली जाने के लिए प्लेटफार्म पर खड़े थे। उन्होंने स्वीकारा कि वह पूर्व मेें भी कई बार मदक पदार्थों की खेप को दिल्ली के ठिकाने पर पहुंचा चुके हैं। आरपीएफ ने दोनों आरोपियों को एनडीपीएस की धारा 42 के तहत गिरफ्तार कर जीआरपी झांसी को सुपुर्द कर दिया। आरपीएफ की मानें तो बरामद गांजा की कीमत बाजार में 165000 रुपए है।