• संस्था के नवीनीकरण को लेकर ले रहा था रिश्वत
    झांसी। लगता है कि जनसाधारण के कामों के लिए कतिपय सरकारी विभागों में रिश्वत की गंगोत्री बहाए बिना कोई काम नहीं हो रहा है। इसका उदाहरण कुछ दिनों पूर्व लेखपाल जमीन के दाखिल खारिज कराने के नाम पर रिश्वत लेते पकड़ा गया था और आज भ्रष्टाचार निवारण संगठन की टीम ने सहायक रजिस्ट्रार चिट एंड फंड सोसायटी के बाबू को रिश्वत लेते दबोच लिया।
    दरअसल, भ्रष्टाचार निवारण संगठन की झांसी शाखा कार्यालय में टोडी फतेहपुर के पूरा बगरौनी निवासी विजय पटेल द्वारा शिकायत की गयी कि उनकी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर शिक्षा प्रसार समिति के नाम से संस्था है। यह संस्था झोकन बाग स्थित सहायक रजिस्ट्रार चिट एंड फंड सोसाइटी के यहां पंजीकृत है। यह समिति 2001 से संचालित है और इस वर्ष उनकी समिति का नवीनीकरण होना है। इसके लिए उन्होंने कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक रामनरेश से संपर्क किया। नवीनीकरण कराने के एवज में रामनरेश ने उनसे सुविधा शुल्क के रूप में तीन हजार रुपयों की मांग की और सुविधा शुल्क नहीं देने पर नवीनीकरण नहीं करने को कहा। भ्रष्टाचार निवारण संगठन के प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि विजय पटेल की शिकायत को दर्ज कर जांच की गयी और टीम का गठन कर रंगे हाथों आरोपी लिपिक को दबोचने की योजना बनायी गयी।
    योजना के अनुसार जब पीडि़त विजय पटेल द्वारा कार्यालय में जाकर आरोपी कनिष्ठ लिपिक रामनरेश को जैसे ही सुविधा शुल्क के रूप में मांगे गए तीन हजार रुपए दिए गए टीम ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। इसके बाद वैधानिक कार्यवाही कर आरोपी कनिष्ठ लिपिक को नवाबाद थाने के सुपुर्द कर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा कायम करा दिया गया है।