झांसी। केंद्रीय पर्यटन व सांस्कृतिक राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने स्पष्ट किया कि सीएए को एनआरसी से जोडऩा देश विरोधी षडयंत्र है। विपक्षी दल भ्रामक प्रचार कर जनता को बरगलाने का काम कर रहे हैं। दूसरे मुल्कों में रह रहे अल्पसंख्यकों को भारत में सम्मान देने की बात महात्मा गांधी से लेकर मनमोहन सिंह तक कर चुके हैं।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान से भारत आए शरणार्थियों में 60.70 फीसदी अनुसूचित जाति वर्ग से हैं। नये कानून के जरिये उन्हें भी देश में सम्मान के साथ रहने का अधिकार मिलेगा। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के पहले कानून मंत्री जोगेंद्र नाथ मंडल अपने पद से इस्तीफ ा देकर भारत आ गए थे और यहां शरणार्थी की तरह रहते उनकी मृत्यु भी हुई। तब यदि नागरिकता संशोधन कानून अस्तित्व में होता तो उन्हें ये दंश नहीं झेलना पड़ता।
उन्होंने बताया कि मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में उन्होंने जम्मू कश्मीर में आए हुए पाकिस्तान के शरणार्थियों को नागरिकता देने की बात कही थी क्योंकि उस समय देश के विभिन्न हिस्सों में आने वाले शरणार्थियों को नागरिकता मिल रही थी पर जम्मू-कश्मीर में आने वाले लोगों को नागरिकता धारा 370 के लगे होने के कारण नहीं मिल पा रही थी। इस धारा का दर्द केवल वही लोग समझ सकते हैं जो उस धारा के लगे होने के कारण अपने ब’चों को शिक्षा तक नहीं दिला पाए। उन्होंने कहा कि जो लोग भी नागरिकता विधेयक की आड़ में समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं उन्हें एक बार मौलाना आजाद के ज्ञान के बारे में भी जानकारी कर लेनी चाहिए।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि विरोध की आड़ में की गयी हिंसा से सख्ती से निपटा जाना चाहिए और निपटा भी जा रहा है। पर्यटन से जुड़े सवालों पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि पर्यटन को बढ़ाना सरकार के साथ-साथ जनता की भी बराबर की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पर्यटन को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। इस दौरान सदर विधायक रवि शर्मा, गरौठा विधायक जवाहर राजपूत, जिलाध्यक्ष जमुना प्रसाद कुशवाहा, महानगर अध्यक्ष मुकेश मिश्रा, अमित साहू सहित अन्य भाजपाई मौजूद रहे।