• प्रवर्तन कार्य बढ़ाने, वार्षिक लक्ष्य वित्तीय वर्ष से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश
    झांसी। गांधी सभागार कलेक्ट्रेट में जनपद स्तरीय मासिक कर-करेत्तर एवं राजस्व वसूली की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष वसूली करने हेतु प्रवर्तन कार्य न करने पर नगर निगम, आबकारी, परिवहन, खाद्य सुरक्षा, विद्युत विभाग, मंडी आदि को फटकार लगाते हुए प्रत्येक दशा में वार्षिक लक्ष्य पर वित्तीय वर्ष समापन से पूर्व पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करने, बड़े बकायेदारों पर अभियान चलाकर कार्यवाही करने, खाद्य सुरक्षा विभाग मिठाई के अतिरिक्त दूध, मसाले, घी, तेल व मावा की मिलावट पर भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित दवाओं के साथ नशीली दवाओं के बेचे जाने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, इसे सख्ती से रोका जाए। क्षेत्र में एक ही एमएम 11 के कई बार उपयोग की सख्ती से जांच हो तथा ओवरलोडिंग पर प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने समस्त विभागों को वसूली बढ़ाए जाने हेतु प्रवर्तन कार्य करने में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि विभाग अपना वार्षिक लक्ष्य को पूर्ण करने में अतिरिक्त ऊर्जा के साथ कार्य करें।
    जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में प्रवर्तन कार्य शून्य है। किसी भी विभाग द्वारा कोई प्रवर्तन कार्य नहीं हो रहा, यह उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि प्रवर्तन कार्य होता है तो वसूली में बढ़ोतरी अवश्य होती। उन्होंने नगर निगम को फटकारते हुए कहा कि बार-बार कहने के बाद भी अवैध होर्डिंग पर भी कोई कार्यवाही नहीं हो रही, यह अक्षम्य है क्योंकि इससे राजस्व घट रहा है। उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि यदि होर्डिग्स गिरने से कोई घटना होती है तो सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सड़क चौड़ीकरण का कार्य नहीं हो रहा। साथ ही जगह-जगह अतिक्रमण है जिसे नगर निगम द्वारा हटाए जाने की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। इसे किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने परिवहन विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद में 124.82 करोड़ के वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष विभाग द्वारा 88.80 करोड़ ही वसूला गया जो वार्षिक लक्ष्य से अभी 56.75 करोड कम है। जिलाधिकारी ने कहा कि कैसे लक्ष्य पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि प्राइवेट बस अपने रूट परमिट के अनुसार रोड पर चलें। यदि रूट से इतर संचालन पाया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने प्रवर्तन कार्य बढ़ाने के निर्देश दिए ताकि वसूली में इजाफा हो सके।
    आबकारी विभाग की वसूली समीक्षा में जिलाधिकारी ने कहा कि 329.24 करोड़ वार्षिक लक्ष्य के सापेक्ष 224.89 करोड़ वसूली की गई जो वार्षिक लक्ष्य से 104.35 करोड़ कम है, इसे कैसे पूरा किया जाएगा। उन्होंने विभागीय अधिकारी को ताकीद करते हुए कहा कि टीम बनाकर प्रवर्तन कार्य में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि लगातार महंगे ब्रांड की शराब में मिलावट की शिकायतें प्राप्त हो रही है। साथ ही नकली शराब की बिक्री भी हो रही है। इसे सख्ती से रोका जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि शराब की दुकानें रात 10 बजे के बाद यदि खुली पाई जाती हैं तो कार्रवाई होगी। यदि दुकान के बगल में बैठा कर शराब पिलाई जाती है तो एक्ससाइज अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। अवैध खनन एवं खनिज कर्म विभाग की वसूली समीक्षा करते हुए उपस्थित एसडीएम, तहसीलदारों से कहा कि अवैध खनन की लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही हैं विभाग द्वारा प्रवर्तन कार्य हो रहा है। आप भी भ्रमण करते हुए अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि एक ही एमएम 11 से कई गाडिय़ों का संचालन कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि भ्रमण के दौरान अवैध भंडारण पाया जाता है तो उसे जब्त कर नीलामी कार्रवाई सुनिश्चित हो।
    खाद्य एवं औषधि प्रशासन की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने अभियान चलाकर मेडिकल स्टोर पर छापे मार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मेडिकल स्टोर पर नशीली दवाओं व प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री को सख्ती से रोका जाए। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि विभाग मात्र मिष्ठान प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई कर खानापूर्ति ना करें। बल्कि खाद्य तेल, मसाले, सब्जी, फल तथा मिलावटी मावा पर भी कार्रवाई सुनिश्चित करें। राजस्व वसूली समीक्षा करते हुए बताया कि जनपद की नगर पालिकाओं में लगभग 30 करोड़ 56 लाख की धनराशि डंप है। इसे कार्य योजना बनाकर तत्काल कार्य प्रारंभ कराए। उन्होंने नगर पालिकाओं से कहा कि सॉलिड़ वेस्ट मैनेजमेंट ही भूमि चिन्हित हो गई है, कार्य तत्काल प्रारंभ कराएं।
    उन्होंने जनगणना कार्य की समीक्षा करते हुए कहा कि जनगणना से संबंधित जितने शासनादेश व प्रपत्र है उन्हें सही ढंग से समस्त अधिकारी पढ़ लें। जिलाधिकारी ने कहा कि जनगणना के सूचिता पूर्ण आंकड़े प्राप्त होंगे तो योजनाएं और विकास बेहतर होगा। उन्होंने निर्देश दिए कि तहसीलों में नेट व्यवस्था बेहतर हो क्योंकि जनगणना का कार्य कंप्यूटराइज होना है। सभी एसडीएम अपनी ब्लॉक सुपरवाइजर एवं प्रगणक सुनिश्चित करें। बैठक में एंटी भू माफिया, राजस्व वादों के निस्तारण, तहसीलों में गंदगी व अतिक्रमण, विद्युत विभाग, मंडी परिषद, स्टांप एवं रजिस्ट्रेशन आदि की भी गहन समीक्षा की उचित दिशा निर्देश दिए। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्रीराम अक्षयवर चौहान, एसडीएम सदर संजीव कुमार मौर्य, गरौठा एके सिंह, मोंठ मंजूर अहमद, मऊरानीपुर सतीश कुमार एवं एसीएम गुलाबचंद राम सहित समस्त तहसीलदार व अन्य विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे।