झांसी। 18 जून को भटक रहे एक बालक को आरपीएफ द्वारा रेलवे चाइल्डलाइन टीम को सौंपा गया था। रेलवे चाइल्डलाइन टीम बालक को बाल सहायता केंद्र पर लेकर आई जहां परामर्शदाता द्वारा बालक से पूछताछ की गई तो बालक ने अपना नाम राजू पुत्र कलेक्टर (काल्पनिक) उम्र 11 वर्ष निवासी राम छितौनी जिला कासगंज उत्तर प्रदेश बताया। उसने बताया कि मां के डांटने पर वह तीन माह पहले अपने घर से निकल आया था। बालक ने बताया कि वह लगभग 3 महीने से अशोक नगर में एक परिवार के पास रह रहा था। बच्चे की पूरी कहानी सुनने के बाद रेलवे चाइल्डलाइन टीम ने बालक को घर पहुंचाने का बीड़ा उठाया। रेलवे चाइल्डलाइन टीम सदस्य संदीप सिंह द्वारा कासगंज चाइल्डलाइन से संपर्क किया गया और बालक की पूरी जानकारी दी गई। कासगंज चाइल्डलाइन द्वारा सूचना प्राप्त हुई की बालक का घर मिल गया है। रेलवे चाइल्डलाइन झांसी द्वारा बालक की परिजनों से वीडियो कांफ्रेंस द्वारा बात कराई गई व बालक के माता पिता को आश्वासन दिया गया कि आपका बालक झांसी में रेलवे चाइल्ड लाइन के पास सुरक्षित है। झांसी चाइल्डलाइन से बालक के परिजनों को पूर्ण दस्तावेजों के साथ झांसी आने आने को कहा। 20 जून को बालक के पिता बालक को लेने झांसी आए। बालक और पिता को बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया और उनके आदेश अनुसार बालक को स्वस्थ हालत में पिता के सुपुर्द किया गया। पुत्र को सकुशल पाकर परिजनों के खुशी की सीमा नहीं रही और उन्होंने चाइल्ड लाइन की सराहना की।