झांसी। किशोर को ओडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर रुपयों के लिए ब्लैकमेल कर आत्महत्या के लिए उकसाने वाला आरोपी रेल कर्मी आखिरकार पांच माह बाद सलाखों में पहुंच हीी गया। कई दिनों तक भागने के बाद आरोपी ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक उन्नाव गेट अंदर मेवाती पुरा निवासी बाकर हशन ने थाना शहर कोतवाली में दस फ़रवरी को रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि मेवतीपुरा सिया मस्जिद के पास निवासी रेलवे वर्कशॉप में कार्यरत कर्मी काजिम रजा उर्फ अली नबाब ने उसके पुत्र शनबाज की मोबाइल की एक ओडियो रिकॉर्डिंग अपने पास रखकर उसके उसके पुत्र को ओडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपयों की मांग करता था। आए दिन उसके पुत्र को उसी रिकॉर्डिंग के आधार ब्लैकमेल कर रुपयों लेता था। जब उसका पुत्र काजिम रजा के उत्पीड़न से तंग हो गया तो चार फरवरी को उसके पुत्र ने मिट्टी का तेल डालकर आग लगा कर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर रेल कर्मी काजिम रजा की तलाश शुरू कर दी थी। पुलिस के दबाव के चलते सोमवार को आरोपी काजिम ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में उसे जेल भेज दिया। देखना यह है कि वर्कशॉप प्रशासन उसके खिलाफ क्या कार्रवाई करता है। यह पूरा मामला सीडब्ल्यूएम के संज्ञान में है।