खबर की बिना सत्यता जांचे रिपोर्ट दर्ज करने पर आक्रोश
झांसी। दैनिक परमार्थ आवाज़ के ब्यूरो चीफ (जिला झाँसी) मनीष साहू निवासी बबीना पर ‘स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही व कोरोना पॉजिटिव मरीजों को छुट्टी कर घर भेजा’ खबर को प्रमुखता से प्रकाशित करने पर मुकदमा दर्ज कराने के विरोध में आज झांसी मीडिया क्लब के प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट को सौंपते हुए बिना साक्ष्य की जांच पड़ताल के दर्ज फर्जी मुकदमा को निरस्त करवाने की मांग कीी ।
गौरतलब है कि बबीना के पत्रकार मनीष साहू ने 17 जुलाई 2020 को स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही व कोरोना पॉजिटिव मरीजों को छुट्टी कर घर भेजा, अभी भी है पॉजिटिव। शीर्षक से खबर सोशल मीडिया वॉट्सएप ग्रुप पर वायरल व परमार्थ आवाज़ समाचार पत्र में प्रकाशित की थी। इस खबर के वास्तविक तथ्यों की जांच करें बिना मीडिया की स्वतंत्रता पर प्रहार करते हुए 18 जुलाई 2020 को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बबीना के चिकित्साधिकारी डॉक्टर अंशुमन तिवारी ने पत्रकार मनीष साहू के खिलाफ बबीना थाने में धारा 186 188 67 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया। इस संदर्भ में तथ्य बताना चाहते हैं कि 7 जुलाई 2020 को कोरोना पॉजिटिव मरीजों की लिस्ट जारी हुई थी। जिसमें बबीना के एक ही परिवार चार लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली थी। जिन्हें 7 जुलाई 2020 को ही झांसी मेडिकल कॉलेज में भेज दिया था। सात दिन भर्ती रहने के बाद सभी को स्वस्थ बताकर डिस्चार्ज सर्टिफिकेट देकर 14 जुलाई को घर वापस भेज दिया था।16 जुलाई को जारी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की लिस्ट में उन्हीं दो मरीजों के नाम 225 व 0226 सीरियल नंबर पर आ गए। जिन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा घर भेजा गया था। इसी प्रकरण को लेकर ब्यूरो चीफ मनीष साहू ने दैनिक परमार्थ आवाज़ व वॉट्सएप ग्रुप पर समाचार वायरल किया था। नियमानुसार अगर मनीष साहू की खबर गलत थी तो उससे समाचार सम्बन्धित साक्ष्य मांगने चाहिए थे। अगर मनीष साहू साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पाते तो उनके खिलाफ रिपोर्ट लिखना उचित था। बिना प्रकरण की जांच किए रिपोर्ट लिखना न्याय संगत नहीं है। पूर्व में भी सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए थे कि खबर सम्बन्धी प्रकरण में अभियोग दर्ज करने से पूर्व जांच ओर साक्ष्य एकत्रित करें। लेकिन यहां जिला प्रशासन द्वारा उल्टा किया जा रहा। बिना जांच के पत्रकारों को सच्चाई उजागर करने पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे। ज्ञापन के माध्यम से अपील की गई कि ब्यूरो चीफ मनीष साहू द्वारा उल्लेखित अस्पताल में भर्ती छुट्टी व सीरियल नंबर पर अंकित नामों का अवलोकन कर ले। इससे स्पष्ट हो जाएगा कि मनीष साहू ने जो खबर प्रकाशित व वायरल की है वह सही है। अगर उपलब्ध साक्ष्य में मनीष साहू की खबर गलत साबित होती है तो उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाए। अन्यथा मनीष पर दर्ज मुकदमे को निरस्त किया जाए। ज्ञापन में कहा गया है कि मनीष साहू के पास प्रकाशित खबर के साक्ष्य उपलब्ध हैं, मांगने पर सभी साक्ष्य उपलब्ध करा दिए जाएंगेI











