झांसी। उमरे के झांसी मंडल ने कोचों की इंटरमीडिएट ओवरहालिंग में किया अब तक का सर्वोत्तम प्रदर्शन। गौरतलब है कि झांसी मंडल यात्री सुविधाओं में वृद्धि के साथ-साथ आधारभूत अवसंरचनात्मक कार्यों पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है । मंडल रेल प्रबंधक श्री संदीप माथुर के सफल मार्ग दर्शन में रेल संचालन में विश्वसनीयता और संरक्षा में सुधार के लिए रोलिंग स्टॉक और अन्य परिसंपत्तियों के रखरखाव में इस्तेमाल किए जा रहे पुर्जों और घटकों की गुणवत्ता की उचित निगरानी पर भी जोर दिया जा रहा है।
झांसी मंडल में रिकॉर्ड 47 कोचों की आईओएच (इंटरमीडिएट ओवरहालिंग) जून माह में की गई। किसी एक माह में मंडल का यह सर्वोत्तम प्रदर्शन है । इन 47 कोचों में 31 कोचों की ओवरहालिंग झांसी डिपो एवं 16 कोचों की ग्वालियर डिपो में की गई है । उल्लेखनीय है जून माह में मंडल को 27 कोचों की आईओएच करने का लक्ष्य था।
ज्ञात रहे संरक्षा एवं यात्री सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक कोच की 18 माह में पीओएच(पीरियडिकल ओवरहालिंग) तथा 9 माह में इंटरमीडिएट ओवरहालिंग की जाती है। इस दौरान प्रत्येक कोच का वर्कशॉप में चक्के से ट्राली तक की ओवरहालिंग (पूरी मरम्म्त) का कार्य किया जाता है। इसमें पुर्जें, ब्रेक गीयर, सीवीसी, बफिंग गीयर, वेल्डिंग एवं सभी प्रकार के मरम्मत कार्य किये जाते है। इसके साथ यात्री सुविधा से संबंधित कोच के अन्दर बॉडी पार्ट्स – खिड़की, दरवाजे, शौचालय आदि में भी मरम्मत की जाती है।