झांसी। भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य के नेतृत्व में कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल ने भारत सरकार के रेल मंत्री को संबोधित एक ज्ञापन झांसी मंडल रेल प्रबंधक श्री संदीप माथुर को सौंपा। प्रतिनिधिमंडल में शहर अध्यक्ष अरविंद वशिष्ठ, उपाध्यक्ष राजेंद्र रेजा, पूर्व अध्यक्ष इम्तियाज हुसैन, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य मनीराम कुशवाहा ने भारत सरकार द्वारा रेलवे को पीपीपी मॉडल पर निजी हाथों में सौंपने का विरोध किया। इस अवसर पर भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने रेल प्रबंधक से कहा कि रेलवे से बुंदेलखंड की पहचान है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा जिस तरीके से देश के बड़े बड़े स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर निजी हाथों में सौंपा जा रहा है, उससे जनता की भावनाएं आहत हो रही हैं। हम जनता की भावनाओं को व्यक्त करते हुए आपसे मांग करते हैं कि बुंदेलखंड के झांसी एवं ललितपुर स्टेशन को पीपीपी मॉडल पर निजी हाथों में ना सौंपा जाए। निजी हाथों में जाने से यात्रा एवं माल भाड़े में महंगाई चरम पर होगी, जो गरीब की जेब पर भारी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि पूर्व की यूपीए सरकार ने झांसी रेलवे स्टेशन का ऊंची करण, रेल कोच फैक्ट्री, कानपुर एवं इलाहाबाद की रेल लाइनों का दोहरीकरण तथा विद्युतीकरण कार्य कराया था। जिसका फायदा सीधा देश एवं क्षेत्र की जनता को हो, न कि चंद पूंजीपतियों को। हम इस निजीकरण का विरोध करते हुए सरकार को आगाह करते हैं, यदि बुंदेलखंड के झांसी -ललितपुर स्टेशनों को निजी हाथों में सौंपा गया, तो कांग्रेश विशाल जन आंदोलन करेगी।