झांसी। आज शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कारगिल विजय दिवस मनाया गया। मुख्य अतिथि प्रदीप जैन आदित्य ने कहा कि उन वीर शहीदों की शहादत को याद कर रहे हैं जिन्होने हँसते हँसते भारत माता के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए और तिरंगे को कारगिल की पहाड़ियों पर लहराया।
विशिष्ट अतिथि सूबेदार जे.के. दोहरे ने कारगिल युद्ध का स्मरण करते हुए बताया कि किस प्रकार भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय ‘ के नाम से 2,00,000 सैनिकों को पकिस्तान के ‘ऑपरेशन बद्र’ के जवाब में खड़ा किया। ऑपरेशन बद्र का उद्देश्य कश्मीर और लद्दाख की बीच की कड़ी को तोड़ना तथा भारतीय सेना को सियाचिन ग्लेशियर से हटाना था।यह युद्ध आधिकारिक रूप से 26 जुलाई को समाप्त हुआ।इस युद्ध में 550 सैनिकों ने अपने जीवन का बलिदान दिया तथा 1400 के करीब जवान गंभीर रूप से घायल भी हुआ।वरन भारत की वीर सेना ने व एयर फ़ोर्स ने मिलकर कारगिल की पहाड़ियों पर विजय पताका फहरायी।
अध्यक्ष अरविन्द वशिष्ठ ने शौर्य से भरपूर विजय दिवस का संस्मरण करते हुए कैप्टन हनीफुद्दीन के बारे में बताया कि जब उनका शव पाकिस्तान की सीमा में होने के कारण उनकी माता से शव न ला पाने पर सेना के अधिकारियो ने असर्मथता जताई तो उनकी माँ ने उनके शव के बदले अन्य जवानों की जान को जोखिम में डालने को साफ़ मना कर दिया और अपने बेटे की शहादत को गर्व से गले लगा लिया । अमर शहीद मनोज कुमार पांडे विक्रम बत्रा नरेश सिंह सूबेदार भंवरलाल आदि अनेकों अमर शहीदों पर गर्व करते हुए अध्यक्ष जी ने कहा कि देश प्रेम और रक्षा का जो जज़्बा हमारे देश के जवानों में है ,यही जज़्बा हमारे देश को मजबूती प्रदान करता है कारगिल युद्ध में सभी जाति समुदाय के वीरों का भरपूर योगदान रहा है और जब जब देश को जरूरत पड़ी है हर जाति मजहब के लोगों ने अपने प्राणों की बलि देकर देश की आन बान शान रखी है।पूर्व प्रधानमंत्री स्व,श्री राजीव गांधी को याद करते हुए अध्यक्ष जी ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि के चलते बोफोर्स तोप ने दुश्मनो के छक्के छुड़ा दिए और आज भी बोफोर्स तोप भारतीय सेना का अहम हिस्सा है।
उक्त कॉन्फ्रेंस में वरिष्ठ गांधीवादी नेता राजेंद्र रेजा, विजित कपूर, जितेन्द्र भदौरिया ,अनु श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे! कारगिल पार्क पर अंकुर मिश्रा शिवम नायक, मनु ठाकुर विनय यादव कार्तिक सक्सेना ने दीप दान कर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की! सभा का संचालन डॉ विजय भारद्वाज ने आभार राजेंद्र शर्मा एडवोकेट ने व्यक्त किया।