UP में रेप की घटनाओं पर साध्वी बोलीं-पहले दर्ज नहीं होती थी एफआईआर

झांसी। केन्द्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने झांसी विकास भवन में जहां किसान बिल के कशीदे गढ़ते हुुुुुए उसे किसानों को लाभकारी बताया है वहीं रेप की बढ़ रहीं घटनाओं पर उन्होंने कहा कि पहले एफआईआर दर्ज नहीं होती थी, अब कम से कम एफआईआर दर्ज हो रही है।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए साध्वी निरंजन ने किसान बिल पर सफाई देते हुए कहा कि मंडिया खत्म नहीं होगी। मंडियों को सरकार ने ई-मंडी से जोड़ने का काम किया है। न मंडी खत्म होगी और न ही किसान एमएसपी खत्म होगी। यदि खत्म होगा तो विरोध करने वालों का नाटक। उन्होंने बताया कि उनकी पार्टी ने घोषणा पत्र दिया था उसके अनुसार काम कर रही हैं। यदि उनके साथ वाली पार्टी को अपना हित नजर नहीं आ रहा है तो वह छोड़कर चलीं गई। कोरोना काल में मदद पर लगने वाले आरोपों को उन्होंने गलत बताते हुए कहा कि उनकी सरकार ने हर सम्भव मदद की है।
हाथरस गैंगरेप कांड के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स्वयं उसे देख रहे हैं। एसआईटी गठित कर जांच भी कराई जा रही है। इसके साथ ही सीबीआई जांच कराने की भी सिफारिश की है। शीघ्र ही दूध का दूध और पानी का पानी सामने आ आयेगा। आप पार्टी नेता संजय सिंह पर हाथरस में स्याही फेंकने वाले मामले को लेकर उन्होंने चुप्पी साध ली। उन्होंने बताया कि किसान बिल का विरोध किसान नहीं बल्कि कांग्रेेसी कर रहे हैं। यह विरोधी दल है। किसान के साथ तुम नहीं हो, सेना के साथ तुम नहीं हो। जनता ने उन्हें नकार दिया है।
यूपी में बेटियों की सुरक्षा को लेकर पूछे गये सवाल पर उन्होंने कहा कि इस तरह की कोई घटना अच्छी नहीं है। वह राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से पूछना चाहती हैं कि बेटियां तो बेटियां होती है वह राजस्थान क्यों नहीं गए, वहां जाना चाहिए। पंजाब में भी इस प्रकार की घटना हुई, क्या वहां जायेगे। ऐसे मुद्दों पर राजनीति नहीं करना चाहिए। पहले रेप की घटनाओं की एफआईआर नहीं होती थीं अब एफआईआर हो रही हैं। हाथरस डीएम के स्थानान्तरण मांग को लेकर उन्होंने चुप्पी साध ली। इस दौरान गरौठा विधायक जवाहरलाल राजपूत, भाजपा अध्यक्ष मुकेश मिश्रा, सीडीओ आदि उपस्थित रहे।