– प्राइवेट नर्सिंग होम में मरीजों के साथ आने वाले अटेंडेंट की भी एंटीजन टेस्टिंग अनिवार्य

झांसी। जिलाधिकारी श्री आन्द्रा वामसी ने विकास भवन सभागार में कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए क्लीनिक व प्राइवेट नर्सिंग होम के चिकित्सकों से संवाद स्थापित करते हुए कहा कि आने वाले समस्त मरीजों की एन्टीजन ट्रेस्टिंग करना अनिवार्य है साथ ही उनके साथ आने वाले अटेंडेंट की भी एंटीजन टेस्ट किया जाना अनिवार्य है। उन्होंने नर्सिगहोम के संचालक/ क्लीनिक संचालित करने वाले चिकित्सकों से बात करते हुए कहा कि मरीजों के साथ असंवेदनशील व्यवहार ना करें उनकी टेस्टिंग अनिवार्य है, यदि पालन नहीं किया जाता है तो आपदा अधिनियम के तहत कार्यवाही के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

जिलाधिकारी द्वारा लगभग 135 नर्सिंग होम के चिकित्सकों व क्लीनिक संचालित चिकित्सकों से बात की गई। उन्होंने कहां की एंटीजन किट उपलब्ध कराने के बाद भी आप लोगों के द्वारा मरीजों की टेस्टिंग नहीं की जा रही है यह उचित नहीं है आने वाले मरीज और उनके साथ अटेंडेंट की भी कोविड-19 की जांच होना आवश्यक है। उन्होंने 3 नर्सिंग होम के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए उपलब्ध एंटीजन किट के बाद भी कोई टेस्टिंग ना करने के संबंध में यह कार्यवाही की गई। नर्सिंग होम व क्लीनिक प्राप्त ऐंटीजन किट द्वारा सभी मरीजों की टेस्टिंग की जाए और प्रत्येक दशा में शाम 5:00 बजे तक रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए, उन्होंने कहा कि टेस्टिंग और रिपोर्ट फीडिंग कैसे की जानी है इसके लिए आपके ऑपरेटर को प्रशिक्षित किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने नर्सिंग होम संचालको और क्लीनिक के चिकित्सकों से वार्ता करने करते हुए प्रत्येक नर्सिंग होम को उपलब्ध कराई गई एंटीजन किट के माध्यम से अब तक की गई टेस्टिंग की समीक्षा की और 45निजी चिकित्सालयों द्वारा एंटीजन किट प्राप्त ना करने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की उन्होंने कहा कि कोविड-19 की महामारी से निपटने के लिए आप सहयोग करें अन्यथा डिजास्टर एक्ट के तहत कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।

उन्होंने कहा कि आप मरीजों का इलाज कर ही रहे हैं आप कोविड-19 पेशेंट का भी इलाज करें क्योंकि लगभग 171 कोविड मरीज थे अनजाने में आप उनका इलाज तो कर ही रहे थे अब कोविड पेशेंट का इलाज करने में क्या समस्या है ? उन्होंने नर्सिंग होम व क्लीनिक के चिकित्सकों से तत्काल एंटीजन किट प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने आईसीएमआर फार्म भी प्राप्त करने तथा उसमें मरीज का आधार नंबर तथा मोबाइल नंबर अवश्य दर्ज करने का सुझाव दिया ताकि उसे ट्रेस किया जा सके। जिलाधिकारी ने नर्सिंग होम संचालकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि जनपद में 2 लाख की टेस्टिंग की जा चुकी है ,6 लाख जनसंख्या है झांसी की। शेष लोगों की टेस्टिंग में आप सहयोग करें ताकि जल्द से जल्द सभी की टेस्टिंग की जा सके।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी श्री शैलेष कुमार, नगर श्री आयुक्त अवनीश कुमार राय, डॉ अशोक सक्सेना, डॉ नीरज जैन, डॉ. अतुल प्रताप सिंह सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहे।